कोलकाता। आगामी लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी को घेरने के लिए ममता के बुलावे पर पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में एक विशाल मंच सजा, जहां देशभर का विपक्ष एक साथ नजर आया। ममता की इस मेगा रैली के दौरान एक-एक नेता ने बारी-बारी से पीएम मोदी और बीजेपी पर जमकर हमला बोला। उसी दौरान मंच पर जेडीयू के पूर्व नेता और सांसद शरद यादव एक बहुत बड़ी गलती कर बैठे, जिन्होंने न सिर्फ पूरी रैली की किरकिरी कर दी, बल्कि बीजेपी को भी 'मजे' लेने का मौका दे दिया। दरअसल शरद यादव राफेल पर बीजेपी पर हमला बोलना चाह रहे थे, लेकिन गलती से उन्होंने बोफोर्स का जिक्र कर दिया, जिसके बाद मंच पर बैठा हर कोई उन्हें सुनकर हैरान रह गया।
डकैती डालने का काम बोफोर्स में हुआ...
बीजेपी पर हमला बोलने मंच पर आए शरद यादव ने कहा, 'बोफोर्स की लूट, फौज का हथियार और फौज का जहाज यहां लाने का काम हुआ। भारत के लोग सीमा पर शहादत दे रहे हैं और डकैती डालने का काम बोफोर्स में हुआ है, डकैती हो गई है। किसान मजदूर तबाह है।' हालांकि, ज्यादा हैरानी तब हुई जब शरद यादव ने अपने बयान में 'द हिंदू' की रिपोर्ट को बोफोर्स से जोड़ दिया, बल्कि वह रिपोर्ट राफेल पर थी। राफेल की जगह 'बोफोर्स डकैती' सुनकर टीएमसी लीडर डेरेक ओ ब्रायन तुरंत शरद यादव के पास आए और उन्हें कहा कि आप राफेल की जगह बोफोर्स पढ़ रहे हैं। उसके बाद जब शरद यादव को अपनी गलती का एहसास हुआ तो उन्होंने कहा कि 'गलती से बोफोर्स का नाम ले लिया'।
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शरद जी आपका शुक्रिया: BJP
हालांकि, यह गलती महागठबंधन की रैली को भारी पड़ी और बीजेपी ने बिना मौका गंवाए मजे लेने शुरू कर दिए। शरद यादव की इस गलती के बाद बीजेपी ने अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से शरद यादव का बोफोर्स वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर तुरंत शेयर करते हुए लिखा, 'महागठबंधन के मंच पर नेताओं की जुबान से निकला सच। बोफोर्स पर सच्चाई से बोलने के लिए शरद जी आपका शुक्रिया।'
पीएम मोदी ने भी कसा तंज
महाराष्ट्र और गोवा के बीजेपी वर्कर्स को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने भी शरद यादव की गलती का जिक्र कर दिया। उन्होंने कहा, 'जिस मंच (कोलकाता रैली) ये लोग देश और लोकतंत्र को बचान की बात कर रहे थे, उसी मंच पर एक नेता ने बोफोर्स घोटाले की याद दिला दी। आखिर सच्चाई कब तक छुपती है। कभी न कभी तो सच बाहर आ ही जाता है, जो कल कोलकाता में हुआ।'
शरद यादव की प्रतिक्रिया...
हालांकि, शरद यादव ने इस घटना को एक 'जुबान फिसलना' बताया है। न्यूज एजेंसी एएनआई ने जब शरद यादव से पीएम के तंज ('जिस मंच ये लोग देश और लोकतंत्र को बचान की बात कर रहे थे, उसी मंच पर एक नेता ने बोफोर्स घोटाले की याद दिला दी। आखिर सच्चाई कब तक छुपती है'।) पर प्रतिक्रिया मांगी तो उन्होंने कहा, 'सवाल यह है कि वे (मोदी) जुबान फिसलना को भी एक मुद्दा बना रहे हैं। यह हास्यस्पद है!'