28 दिन क्वारंटाइन रहने के बाद भी कई लोग निकले कोरोना पॉजिटिव, WHO की गाइडलाइन पर उठे सवाल
नई दिल्ली: कोरोना वायरस के बढ़ते केस से सरकार पहले ही परेशान थी, वहीं अब 14 दिन के क्वारंटाइन पीरियड पर भी सवाल खड़े हो गए हैं। केरल में एक दर्जन मामले ऐसे सामने आए हैं, जिसमें कोरोना के लक्षण क्वारंटाइन पीरियड पूरा करने के बाद दिखे। WHO की गाइडलाइन के मुताबिक संदिग्ध मरीजों में 14 दिन के अंदर लक्षण दिख जाते हैं। वहीं केरल सरकार ने रिस्क नहीं लेते हुए क्वारंटाइन पीरियड 28 दिन का रखा है। साथ ही क्वारंटाइन पीरियड पूरा करने के बाद भी मरीजों की जांच की जा रही है।
UAE से लौटी महिला निकली पॉजिटिव
केरल में एक महिला UAE से 18 मार्च को कन्नूर लौटी थी। जिसे घर पर क्वारंटाइन कर दिया गया। इसके बाद 16 अप्रैल को उसकी कोरोना जांच की गई, जिसकी रिपोर्ट शनिवार को पॉजिटिव आई। वहीं 30 साल का एक युवक भी दुबई से मार्च में लौटा था। 28 दिन बाद वो भी कोरोना पॉजिटिव पाया गया। मामले में केरल स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि उनके पास एक दर्जन ऐसे लोगों की लिस्ट है, जो 28 दिन का क्वारंटाइन पीरियड पूरा करने के बाद कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। वहीं कई मरीज ऐसे भी हैं, जिसमें कोरोना के कोई लक्षण नहीं थे, फिर भी वो पॉजिटिव पाए गए हैं। केरल में अभी पॉजिटिव मरीजों की संख्या 400 के है।
क्वारंटाइन पीरियड पर सवाल
WHO के मुताबिक कोविड-19 से पीड़ित 95 प्रतिशत मरीजों में 1 से 14 दिनों तक कोरोना के लक्षण दिखने लगते हैं। बाकी में 24 दिन या कई मामलों में एक महीने बाद लक्षण दिखते हैं। केरल में क्वारंटाइन पीरियड 28 दिन का है, जबकि भारत में कई राज्य ऐसे हैं, जहां पर क्वारंटाइन पीरियड सिर्फ 14 दिन का है। ऐसे में क्वारंटाइन पीरियड पूरा करने वाले लोगों से भी संक्रमण का खतरा बना रहेगा। डॉक्टरों की टीम कोरोना वायरस के बदलते स्वरूप पर भी रिसर्च कर रही है।
भारत में 12,974 एक्टिव केस
दुनियाभर में वैश्विक महामारी से संक्रमित लोगों की संख्या 22 लाख के पार जा चुकी है। वहीं, 1.50 लाख से अधिक लोगों की जानें गई हैं। दुनिया के 200 से ज्यादा देश मिलकर कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं। भारत में भी कोरोना वायरस का प्रकोप गहराता जा रहा है, आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, देशभर से अबतक 15,712 मामले सामने आए हैं। जिसमें 507 मरीजों की मौत हो चुकी है। देश में कोरोना के 12,974 एक्टिव केस हैं जबकि 2230 मरीजों को इलाज के बाद छुट्टी दी जा चुकी है।