ऑक्सफोर्ड वैक्सीन के नतीजे की सफलता पर अदार पूनावाला उत्साहित, बोले- जल्द सबके लिए उपबल्ध होगा टीका
नई दिल्ली। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन AZD1222 के तीसरे फेज के ट्रायल के नतीजे आए हैं, जिसमें ये कोरोना संक्रमण से बचाव में 70 फीसदी तक असरदार साबित हुई है। कंपनी की ओर से सोमवार को इसको लेकर जानकारी दिए जाने के बाद सीरम इंस्टीट्यूट के सीईओ अदार पूनावाला ने खुशी जाहिर की है। अदार ने कहा है कि ट्रायल के नतीजों के बारे में सुनकर बहुत खश हूं। ये वैक्सीन अब बहुत जल्द सभी को उपबल्ध हो जाएगी। भारत में इस वैक्सीन का ट्रायल सीरम इंस्टीट्यूट कर रहा है।
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अदार पूनावाला ने ट्वीट कर कही ये बात
अदार पूनावाला ने ट्वीट कर लिखा, कोविशील्ड जो कि एक सस्ती और रखरखाव में आसान वैक्सीन है, जल्दी ही सभी को उपबल्ध हो जाएगी। वैक्सीन ट्रायल में वैक्सीन आधी खुराक में 90 फीसदी और दूसरी पूरी खुराक में 62 फीसदी प्रभावी रही है। ये औसतन 70 फीसदी प्रभावी है। वैक्सीन को लेकर बाकी जानकारी मैं शाम को बता दूंगा।
सीरम का ऑक्सफोर्ड के साथ है करार
भारत में AZD1222 का ट्रायल सीरम इंस्टीट्यूट कर रहा है। भारत में कोरोना वैक्सीन के लिए ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के साथ सीरम इंस्टीट्यूट ने करार किया है। यहां इस वैक्सीन के लिए सीरम ने वैक्सीन की 100 करोड़ डोज की डील की है। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया में यह वैक्सीन 'कोविशील्ड' नाम से बन रही है। माना जा रहा है कि तीसरे दौर के ट्रायल के सफल रहने के बाद ऑक्सफर्ड और एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन को अगर यूके ड्रग रेगुलेटर से इमर्जेंसी अप्रूवल मिलता है तो दिसंबर से यह वैक्सीन उपलब्ध हो सकती है। ऑक्सफोर्ड ने कहा है कि हम अगले साल के अंत तक तीन बिलियन डोज दुनिया भर में उपलब्ध कराने की उम्मीद कर रहे हैं।
आज दी है ट्रायल के नतीजों की जानकारी
एस्ट्राजेनेका ने सोमवार को एक बयान जारी कर रहा है कि यूके और ब्राजील में हुए तीसरे फेज के ट्रायल में उनकी कोरोना वैक्सीन AZD1222 की आधी खुराक दी गई तो वो 90 फीसदी प्रभावी रही। इसके बाद एक महीने के भीतर आधी बची खुराक भी दे दी गई। एक महीने बाद दूसरी पूरी खुराक दी गई तो ये 62 फीसदी प्रभावी थी। संयुक्त विश्लेषण में वैक्सीन 70 फीसदी औसत प्रभावी रही।