आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने बताया, वो क्यों फेसबुक ट्विटर पर नहीं हैं
नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के मुखिया मोहन भागवत ने सोशल मीडिया को लेकर बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया का इस्तेमाल लोगों को घमंडी और खुद में केंद्रित कर देता है। भागवत ने कहा कि वह कभी भी फेसबुक और ट्विटर पर कभी अपना अकाउंट नहीं बनाएंगे। आर्गेनाइजर और पांचजन्य को दिए अपने साक्षात्कार में भागवत ने कहा कि सोशल मीडिया अहम हथियार हैं और इसका इस्तेमाल जरूरत के अनुसार होना चाहिए।
घमंडी बनाता है
पांचजन्य और ऑर्गेनाइज को दिया भागवत का इंटरव्यू रविवार के एडिशन में छपा है, जिसमे उन्होंने सोशल मीडिया के बारे में पूछे गए सवाल पर कहा कि सोशल मीडिया का इस्तेमाल करते वक्त हमे इसकी सीमाओं को भी समझना चाहिए और इसके नुकसान को भी समझना चाहिए, यह आपको घमंडी और खुद में केंद्रित कर सकती हैं। भागवत ने कहा कि सोशल मीडिया का मतलब होता है मैं, मेरा और मुझे अपनी भावनाएं हर किसी के साथ साझा करनी है।
करीबियों को पहुंचता है दुख
भागवत ने कहा कि हम सोशल मीडिया पर अपनी भावनाएं साझा करते हैं, हम अपनी भावनाएं समग्र तौर पर पेश करते हैं, लेकिन बिना समग्र राय लिए हम अपनी भावनाओं को साझा करते हैं। कई बार यह लोगों में भ्रम और दूरी पैदा करती है। कभी-कभी यह आपके करीबियों को दुख पहुंचाती है, जिसके बाद आप इसे डिलीट करते हैं, यह अधिकतर लोगों के साथ होता है, जिसमे स्वयंसेवक भी शामिल हैं।
मैं कभी नहीं बनाउंगा अकाउंट
फेसबुक के बारे में संघ प्रमुख ने कहा कि फेसबुक नाम से ही यह बताता है कि यह आपके चेहरे और आपकी व्यक्ति पहचान को दर्शाता है, जिसकी वजह से यह आपको और भी स्वकेंद्रित करता है। खुद को केंद्र में रखने की कुछ सीमाएं होती हैं, लेकि संगठनात्मक स्तर पर ऐसा नहीं है, इसी वजह से संघ का ट्विटर और फेसबुक अकाउंट है, लेकिन मेरा नहीं है और मैं कभी बनाउंगा भी नहीं।
इसे भी पढ़ें- तमिलनाडु: बीजेपी जिला सचिव की कार पर फेंका गया पेट्रोल बम