रिसर्चर का दावा- आंध्र प्रदेश में 89 लाख मनरेगा मजदूरों का आधार डेटा लीक
हैदराबाद। आधार कार्ड के डाटा के सुरक्षा के दावों के बीच एक और लीक का मामला सामने आया है। माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर एक रिसर्चर ने दावा किया है कि आंध्र प्रदेश में 89 लाख मनरेगा (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम, मनरेगा / MGNREGA) मजदूरों का आधार डेटा एक सरकारी विभाग की ओर से लीक किया गया है। साइबर सिक्योरिटी रिसर्चर श्रीनिवास कोडाली ने यह दावा ट्विटर पर गुरुवार को किया।
UIDAI का बग रिपोर्टिंग मैकेनिज्म कहां हैं?
अपने ट्विटर एकाउंट @digitaldutta पर उन्होंने दावा किया है कि 89,38,138 मनरेगा मजदूरों का आधार डेटा, इस वेबसाइट का मेंटेनेंस करने वाली100 बिलियन डॉलर की कंपनी TCS की ओर से लीक कर दिया गया है। सुरक्षा एजेंसियों को जानकारी दे दी है। सवाल यह है कि UIDAI का बग रिपोर्टिंग मैकेनिज्म कहां हैं?
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अब छिपाना शुरू किया
कोडाली ने ट्वीट किया कि टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज और राज्य सरकार के बीच संयुक्त उद्यम - एपीऑनलाइन द्वारा बनाया गया, आंध्र प्रदेश लाभ वितरण पोर्टल ने अब सार्वजनिक रूप से उपलब्ध डेटाबेसों पर आधार संख्याओं को छिपाना शुरू कर दिया है।
कोडली ने कहा कि...
कोडली ने कहा कि उन्होंने मामले को सुरक्षा एजेंसियों को बताया था। मीडियानामा, ने कोडाली के हवाले से लिखा है कि कुछ बदलाव किया गया है। कोडाली ने कहा कि 'हमारे पास इन डेटा लीक की रिपोर्ट करने का कोई तरीका नहीं है। सुरक्षा एजेंसियों के पास वास्तव में जवाब नहीं हैं। यह एक हैक या उल्लंघन या सरकारी वेबसाइट पर हमला नहीं है, यह सरकार स्वयं ही डेटा डाल रही है जबकि इसे सार्वजनिक नहीं किया जाना चाहिए।'
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