रेणु ने सोनिया गांधी को लिखा पत्र- फर्जी सीडी लाकर मेरे पति-पुत्र का किया अपमान, दो साल तक चुप रही
रायपुर। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की पत्नी रेणु का टिकट कोटा विधानसभा सीट से कांग्रेस ने काट दिया। टिकट न मिलने पर नाराज विधायक रेणु जोगी ने सोनिया गांधी को पत्र लिखा है। पत्र में उन्होंने कहा कि मेरा पूरा जीवन कोटा वासियों को समर्मित है। कोटा से ही मैं चुनाव लडूंगी, मुझे कोटा से कोई अलग नहीं कर सकता। उन्होंने पत्र में लिखा कि वह अपने पति की पार्टी जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ से नहीं जुड़ी हैं।
'दो साल तक मैं चुप रही'
पत्र में लिखा कि ' मैंने कभी कल्पना भी नहीं की थी कि मेरे जीवन से जुड़े निर्णय आपको बताने के लिए मुझे आपको पत्र लिखने की आवश्यकता पड़ेगी। फर्जी सीडी लाकर मेरे पति को और बेटे को बदनाम किया गया, मैं चुप रही। दो साल तक मैं अपमान होती रही। मुझे एक पल भी ऐसा नहीं लगा कि आप मेरे साथ नहीं खड़ी हैं। मैंने सदैव आपको अपना आदर्श माना हमारे बीच में कोई दीवार नहीं रही। आपने मुझे बहुत प्यार और सत्कार दिया। मेरे पति जोगी जी जब अपमानित होकर कांग्रेस से अलग हुए और अपनी नई पार्टी बनाई, तब भी मैंने कांग्रेस को अपने परिवार से ऊपर रखा और कांग्रेस पार्टी की सेवा करती रही'।
'मैं रेणु को मनाने में नाकाम रहा'
गौरतलब है कि अजीत जोगी द्वारा रेणू जोगी के कांग्रेस ज्वाइन करने के सवाल पर उन्होंने कहा था कि मैंने रेणु को बहुत मनाने की कोशिश की, लेकिन मैं उन्हें मनाने में नाकामयाब रहा, उनका सोनिया गांधी से रिश्ता है। इतन ही नहीं सोनिया गांधी के हमारे परिवार पर वक्त-वक्त पर जो एहसान रहे हैं, उसकी वजह से वो कांग्रेस पार्टी से अलग नहीं हो पा रही है, मैंने उन्हें कई बार मनाने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने ये फैसला कर लिया कि वो कांग्रेस में ही रहेंगी।
विभोर सिंह को टिकट दिया
बता दें कि कोटा विधानसभा क्षेत्र से रेणु जोगी लगातार तीन बार कांग्रेस से विधायक रही हैं। पार्टी ने जो कुछ फैसला लिया, उसका वो सम्मान करती है। गौरतलब है कि इसके पहले बिलासपुर जिला अध्यक्ष विशंभर गुलहरे ने रेणु जोगी के नाम से नामांकन लिया था, लेकिन उस वक्त रेणु जोगी ने इसकी जानकारी नहीं होने की बात कहते हुए कांग्रेस के प्रति अपनी निष्ठा व्यक्त की थी, लेकिन लगता है कांग्रेस का आलाकमान रेणु जोगी के इस स्पष्टीकरण को पचा नहीं पाया और आखिरकार विभोर सिंह को टिकट दे दिया।