बैंक सुनिश्चित करें, किसानों को फसल ऋण मिलने में ना हो दिक्कत: आरबीआई
नोटबंदी के कारण किसानों को दिक्कत ना हो इसके लिए आरबीआई ने बैंकों को फसल ऋण से संबंधित नियम जारी किए हैं।
नई दिल्ली। नोटबंदी के कारण किसानों को दिक्कत ना हो इसके लिए आरबीआई ने बैंकों को फसल ऋण से संबंधित नियम जारी किए हैं।
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने को-ऑपरेटिव और ग्रामीण क्षेत्रों के बैकों से कहा है कि किसानों को फसल ऋण के लिए कोई दिक्कत ना हो इसका विशेष ख्याल रखा जाए।
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आरबीआई ने नोटबैन के बाद कैश की कमी और बैंकों में भीड़ के चलते आ रही परेशानियों को देखते हुए बैंकों को ये दिशा-निर्देश जारी किए हैं। आरबीआई ने नोटबदली में कोई गड़बड़ी ना हो, इसके लिए भी सभी कारगर उपाय सुनिश्चित करने को कहा है।
आपको बता दें कि नोटबंदी के बाद किसानो को फसल की बुवाई में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। एक दिन पहले ही आरबीआई ने पुराने नोटों से किसानों को बीज खरीदने की छूट का भी ऐलान किया था।
किसानो को हो रही है भारी परेशानी
8 नवंबर को 500 और 1000 को नोट पर बैन का सीधा असर किसानों पर पड़ रहा है। गेंहू की बुवाई का समय होने के चलते किसान खुद को असहाय पा रहे हैं।
विपक्ष भी लगातार किसानों की समस्या के लिए सरकार पर निशाना साध रहा है। इसी को देखते हुए किसानों को पुराने 500 के नोट से बीज खरीदने की छूट दी गई और इसके बाद बैंकों को फसल ऋण के लिए दिक्कत ना हो, इसका ख्याल रखने को कहा है।
पीएम ने 8 नवंबर को अचानक की थी नोटबंदी की घोषणा
आपको बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी ने मंगलवार 500 और 1000 के नोट पर बैन की बात कही थी। राष्ट्र के नाम संबोधन में पीएम ने कहा था कि ब्लैक मनी पर प्रहार करने के लिए 1000 के नोट बंद होंगे जबकि 500 के नोट बदले जाएंगे।
पीएम ने 1000 और 500 रुपये के मौजूदा करंसी नोटों को 8 नवंबर की रात 12 बजे से बंद करने का ऐलान किया। पीएम मोदी ने कहा था कि 500 और 1000 रुपये के करैंसी नोट कानूनी रूप से मान्य नहीं रहेंगे।
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इस फैसले के बाद जनता को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा है। 75 लोगों की मौत की नोटबैन के फैसले के बाद हो चुकी है, जिनका प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष तौर पर संबंध नोटबंदी से है।