पुलवामा आतंकी हमले पर भारत के दोस्त इजरायल और रूस ने क्या कहा?
पुलवाला में हुए आंतकी हमले में 44 जवानों के शहीद होने के बाद भारत के दोस्त इजरायल और रूस ने आतंकियों को कड़ा संदेश दिया है।
नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हुए आंतकी हमले (pulwama terror attack) में देश ने सीआरपीएफ (crpf) के अपने बहादुर 44 जवानों को खो दिया है। आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (jaish e mohammed) की ओर से इस आतंकी हमले की जिम्मेदारी लेने के बाद पूरा देश गुस्से में है। शहीद जवानों के परिजनों का कहना है कि उन्हें अपनों को खोने का भारी दुख है और वो चाहते हैं कि भारत सरकार को अब आतंकियों और पाकिस्तान पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। इस फिदायीन हमले के बाद देश के गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने भी कहा है कि आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। इस बीच इजरायल (israel) और रूस (russia) ने आतंकी हमले पर दुख जाहिर करते हुए इस हमले के दोषियों से भारत को सख्ती से निपटने का संदेश दिया है।
'हम अपने भारतीय दोस्तों के साथ खड़े हैं'
पुलवामा (pulwama) में हुए आतंकी हमले के बाद भारत के दोस्त इजरायल ने अपनी संवदेनाएं जाहिर की हैं। भारत में इजरायल के राजदूत रॉन मलका ने अपना बयान जारी कर कहा, 'पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए हमले की इजरायल कड़ी निंदा करता है और इन मुश्किल हालातों में हम अपने भारतीय दोस्तों के साथ खड़े हैं। इस भयावह घड़ी में हम शहीद हुए सीआरपीएफ जवानों के परिजनों, भारत के लोगों और भारत सरकार के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं प्रकट करते हैं।'
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'अपराधियों को निस्संदेह दंडित किया जाना चाहिए'
जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हुए इस आतंकी हमले के बाद रूस ने भी इसकी कड़ी निंदा की है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (vladimir putin) ने भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बात करते हुए कहा, 'पुलवामा में हुए आतंकी हमले पर हम अपना दुख और संवेदनाएं जाहिर करते हैं। हम इस क्रूर अपराध की कड़ी निंदा करते हैं। इस हमले के अपराधियों और प्रायोजकों को निस्संदेह दंडित किया जाना चाहिए।' आपको बता दें कि गुरुवार शाम को जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हुए फिदायीन हमले में सीआरपीएफ के 44 जवान शहीद हो गए। इस हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली है। भारत ने कहा है कि वह आतंकियों के खिलाफ सख्त कदम उठाएगा और दोषियों से भारतीय जवानों की शहादत का बदला जरूर लिया जाएगा।
'हमले में 40 से ज्यादा जवान शहीद'
रूस और इजरायल के अलावा दुनिया के कई देशों ने इस हमले की कड़ी भर्त्सना की है। जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले की निंदा करते हुए अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा कि वह किसी भी रूप में आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए भारत सरकार के साथ काम करने को प्रतिबद्ध है। अमेरिका ने कहा कि हम सभी देशों से आतंकवादियों को सुरक्षित पनाह और समर्थन ना देने की अपील करते हैं। वहीं इस हमले के बाद भूटान ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कश्मीर में खतरनाक आतंकी हमले में 40 से ज्यादा भारतीय सुरक्षा जवान शहीद हो गए हैं। हम इस तरह के अमानवीय और कायरतापूर्ण करतूत की निंदा करते हैं। हमारी संवेदना पीड़ित परिवारों के साथ हैं।
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आतंकियों को कीमत चुकानी होगी
वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुलवामा आतंकी हमले पर दुख जताते हुए कहा कि इस हमले को लेकर पूरे देश में गुस्सा है, देश का खून खौल रहा है। उन्होंने कहा कि आतंक को कुचलने के लिए कार्रवाई और तेज होगी और हमारे जवानों के बलिदान की बड़ी कीमत आतंकियों को चुकानी होगी। दूसरी तरफ हमले को लेकर प्रधानमंत्री आवास पर हुई सुरक्षा समिति की बैठक में भारत ने पाकिस्तान के प्रति सख्त रवैया अपनाते हुए उससे मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा वापस ले लिया है। सूत्रों के हवाले से खबर है कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवाल ने सभी सुरक्षबलों और सुरक्षा एजेंसियों के साथ बातचीत की है।