पुलवामा अटैक को गवर्नर सत्यपाल मलिक ने बताया आतंकियों की हताशा, राजनाथ सिंह कल श्रीनगर जाएंगे
श्रीनगर। जम्मू एवं कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर आतंकी हमले को राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने आतंकियों की हताशा करार दिया है। जम्मू कश्मीर राजभवन के पीआरओ ने हमले पर बयान जारी कर कहा है कि आतंक के लिए जिम्मेदार लोग जम्मू-कश्मीर में अपनी मौजूदगी दिखाना चाहते हैं और वे हताश हैं वे ऐसे हमलों से अपनी मौजूदगी साबित करना चाहते है। हमले से साफ है कि आतंकियों को सरहद पार से मदद मिल रही है। राज्यपाल ने सुरक्षाबलों को सतर्क रहने की सलाह दी है।
वहीं गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने सीआरपीएफ के महानिदेशक आर आर भटनागर से बात कर पुलवामा आतंकी हमले के बाद हालात की जानकारी ली है। सीआरपीएफ के काफिले पर हुए हमले में 20 जवानों की जान चली गई है।सीआरपीएफ के महानिदेशक आर आर भटनागर ने बताया है सीनियर अफसर मौके पर पहुंच गए हैं और जांच की जांच की रही है।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आतंकी हमले की निंदा करते हुए ट्वीट किया, जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आतंकी हमले से दुखी हूं। दूसरे दलों के नेताओं ने भी हमले को कायराना करार देते हुए इसकी निंदा की है। महबूबा मुफ्ती ने कहा, मेरे पास इस हमले की निंदा करने के लिए पर्याप्त शब्द नहीं हैं। वहीं उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट किया, घायलों के साथ मेरी संवेदना है, कड़े शब्दों में निंदा करता हूं।
पुलवामा में अवन्तीपुरा के गोरीपुरा इलाके में गुरुवार को सीआरपीएफ के काफिले पर बड़ा फिदायीन हमला हुआ है। हमले में दो दर्जन से अधिक जवान शहीद हो गए, कई दर्जन जवान घायल बताए जा रहे हैं। इस काफिले में 2500 जवान शामिल थे। जैश-ए-मोहम्मद ने हमले की जिम्मेदारी ली है। जैश का आतंकी आदिल अहमद उर्फ वकास कमांडो विस्फोटकों से भरी गाड़ी लेकर जवानों की बस से टकरा गया।
कश्मीर आतंकी हमला: जैश ने 17 वर्ष बाद फिर से एक खतरनाक आत्मघाती हमले को दिया अंजाम