लोकसभा चुनाव 2019: श्रीनगर लोकसभा सीट के बारे में जानिए
नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर की श्रीनगर लोकसभा सीट से इस वक्त नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूख अब्दुल्ला सांसद हैं, जिन्होंने साल 2017 के उपचुनाव में पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी ) के उम्मीदवार नजीर अहमद को 10,000 से अधिक मतों से हराया था। फारूख अब्दुल्ला इसी सीट पर साल 2014 के आम चुनाव में पीडीपी नेता तारिक कर्रा से हार गए थे। तारिक कर्रा के पीडीपी से इस्तीफा देने के बाद श्रीनगर लोकसभा सीट खाली हो गई थी। साल 2017 के उपचुनाव में केवल 7.12 फीसदी वोटिंग हुई थी जबकि साल 2014 में इस सीट पर 25.86 फीसदी वोटिंग हुई थी। इस सीट पर नोटा के पक्ष में 931 वोट पड़े थे।
फारूख अब्दुल्ला
फारूख अब्दुल्ला जयपुर के एसएमएस मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस की डिग्री लेने के बाद प्रैक्टिस के लिए लंदन भी गए। उनके बेटे उमर अबदुल्ला भी राजनीति में सक्रिय रहे हैं। वे लोकसभा सांसद रहने के अलावा जम्मू-कश्मीर के मुख्यमत्री रह चुके हैं। फारूख अब्दुल्ला की बेटी सारा की शादी कांग्रेस नेता सचिन पायलट से हुई है। सचिन पायलट इस वक्त राजस्थान के डिप्टी सीएम हैं। फारूख अब्दुल्ला 1980 के लोकसभा चुनाव में श्रीनगर से निर्विरोध चुने गए थे। अपने पिता शेख अब्दुल्ला के निधन के बाद वे पहली बार जम्मू-कश्मीर के सीएम बने थे। फारूख अब्दुल्ला कश्मीर विवाद को बातचीत से सुलझाने की वकालत करते रहे हैं।
श्रीनगर लोकसभा सीट पर हाल के चुनाव परिणाम
नेशनल कॉन्फ्रेंस के मुखिया फारूख अब्दुल्ला जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं, उन्होंने तीन बार जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री के रूप में सत्ता संभाली। साल 2014 के चुनाव में पहली बार पीडीपी उम्मीदवार ने उन्हें चुनाव में मात दी थी। उस वक्त फारूख अब्दुल्ला को 1 लाख 15 हजार 643 वोट प्राप्त हुए थे जबकि तारिक कर्रा को 1 लाख 57 हजार 923 वोट मिले थे। इस तरफ पीडीपी उम्मीदवार ने 42,281 वोटों से जीत दर्ज की थी। श्रीनगर की सीट पर ही फारूख अब्दुल्ला ने साल 2009 में जीत दर्ज की थी। उस चुनाव में फारूख अब्दुल्ला को 1 लाख 47 हजार 035 वोट मिले थे जबकि पीडीपी के इफ्तिखार अंसारी को 1 लाख 16 हजार 793 वोट मिले थे। फारूख अब्दुल्ला ने इस चुनाव में 30,239 वोटों से जीत दर्ज की थी। साल 2014 में श्रीनगर सीट पर 3 लाख 12 हजार 212 मतदाताओं ने अपने मत का प्रयोग किया था जिसमें 1 लाख 78 हजार 554 पुरुषों और 1 लाख 33 हजार 658 महिलाओं ने अपने मत का प्रयोग किया था।
श्रीनगर- एक परिचय
जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर कश्मीर घाटी के मध्य में बसी है और यह भारत के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक हैं। श्रीनगर एक ओर जहां डल झील के लिए प्रसिद्ध है दूसरी ओर कई मंदिर भी हैं। श्रीनगर का इतिहास काफी पुराना है। 1700 मीटर ऊंचाई पर बसा ये शहर झीलों और हाऊसबोट के लिए जाना जाता है। इसके अलावा श्रीनगर परम्परागत कश्मीरी हस्तशिल्प और सूखे मेवों के लिए भी श्रीनगर विश्व प्रसिद्ध है। बताया जाता है कि इस शहर की स्थापना प्रवरसेन द्वितीय ने 2,000 वर्ष पूर्व की थी। डल झील, शालिमार और निशात बाग़, गुलमर्ग, पहलग़ाम, चश्माशाही आदि जगह पर्यटन के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण मानी जाती हैं। श्रीनगर से कुछ दूरी पर ही बहुत पुराना सूर्यमन्दिर है। इसके अलावा श्रीनगर में ही शंकराचार्य पर्वत है। इस जिले के चारों ओर पांच अन्य जिले स्थित है। श्रीनगर जिला कारगिल के उत्तर, पुलवामा के दक्षिण, बुद्धगम के उत्तर-पश्चिम के बगल में स्थित है। श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग द्वारा कई प्रमुख शहरों से सड़क मार्ग द्वारा जुड़ा हुआ है।