लोकसभा चुनाव 2019- संत कबीर नगर लोकसभा सीट के बारे में जानिए
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश की संत कबीर नगर लोकसभा सीट पर इस वक्त भाजपा का कब्जा है, साल 2014 में यहां पर बीजेपी के शरद त्रिपाठी ने भारी मतों से जीतकर ये सीट अपने नाम की थी, घाघरा और राप्ती के किनारे बसा संत कबीर नगर बस्ती मंडल का हिस्सा है, यह यूपी के 34 जिलों में से एक है जिसे अति पिछड़ा क्षेत्र अनुदान निधि के तहत विशेष सहायता मिलती है लेकिन इसके बावजूद संत कबीर नगर हमेशा से ही पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र रहा है, जिसकी वजह है 'मगहर', जहां संत कबीर दास ने अंतिम सांस ली थी। मालूम हो कि शिव की नगरी काशी में पैदा होने वाले संत कबीरदास का पूरा जीवन मोक्षदायिनी नगरी वाराणसी में बीता लेकिन उन्होंने मगहर को अपनी मृत्यु के लिए चुना था क्योंकि ऐसा माना जाता था कि मगहर में मरने वाले व्यक्ति को कभी मोक्ष नहीं मिलता और वो अगले जन्म में गधा पैदा होता है, इसी भ्रांति को तोड़ने के लिए कबीर दास ने अपना अंतिम वक्त यहां पर बिताया था, बताते चलें कि संत कबीददास की वर्ष 1518 में मृत्यु हुई थी, यहां उनकी समाधि भी है और मजार भी।
यहां कि औसत साक्षरता दर 55.68% है जिनमें महिलाओं की साक्षरता दर 45.85% और पुरुषों की आबादी 65.21% है, संत कबीर नगर मुख्य रूप से हिन्दू बाहुल्य क्षेत्र है, यहां की 75.83% आबादी हिन्दू और 23.58% आबादी इस्लाम में आस्था रखती है। परिसीमन के बाद संत कबीर नगर निर्वाचन क्षेत्र 2008 में अस्तित्त्व में आया, इस लोकसभा सीट में उत्तर प्रदेश विधानसभा की पांच सीटें आती हैं, जिनके नाम हैं। अलापुर, घनघटा, मेंहदावल, खलीलाबाद और खजनी, जिनमें से अलापुर, घनघटा और खजनी की सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है।
2009 में यहां पहली बार आम चुनाव हुए थे और बहुजन समाज पार्टी के भीमशंकर तिवारी यहां के पहले एमपी बने थे, उन्होंने समाजवादी पार्टी के भालचंद्र यादव को लगभग चालीस हज़ार वोटों से हराकर यह जीत हासिल की थी, लेकिन साल 2014 में भारतीय जनता पार्टी के शरद त्रिपाठी ने यहां पर जीत हासिल की। आपको बता दें कि शरद त्रिपाठी विदेश मामलों से सम्बन्धित स्थाई समिति के सदस्य भी हैं, जहां एक ओर सदन में उपस्थिति का राष्ट्रीय औसत 80% है वहीं स्थानीय सांसद की उपस्थिति सदन में 98% है, पिछले 5 सालों के दौरान इन्होंने 637 डिबेट में हिस्सा लिया है, इन्होने अबतक तीन प्राइवेट मेम्बर बिल पेश किये हैं और 280 प्रश्न पूछे हैं।
साल 2014 में इस सीट पर बसपा दूसरे, सपा तीसरे और PECP चौथे नंबर पर रही थी, उस साल यहां 1904315 मतदाताओं ने हिस्सा लिया था, जिसमें पुरुषों की संख्या 54 प्रतिशत और महिलाओं की संख्या 45 प्रतिशत थी।