कांग्रेस से ही नाराज हुईं प्रियंका, कहा- गुंडों को मिल रही तरजीह
नई दिल्ली। कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने अपनी पार्टी के खिलाफ ही बुधवार को मोर्चा खोल दिया। कांग्रेस की अनुशासन समिति ने प्रियंका चतुर्वेदी की प्रेस कॉन्फ्रेंस में हंगामा करने वाले 8 नेताओं को फिर से बहाल कर दिया है। प्रियंका ने इस पर नाराजगी जाहिर की है। प्रियंका चतुर्वेदी ने आरोप लगाया है कि पार्टी में उन गुंडों को तवज्जो दी जा रही है, जो महिलाओं के साथ बदसलूकी करते हैं। प्रियंका ने पार्टी के इस फैसले की ट्विटर पर आलोचना की है।

प्रियंका चतुर्वेदी ने ट्विटर पर लिखा कि, 'यह देखना बहुत दुखद है कि कुछ खराब आचरण करनेवाले लोगों को कांग्रेस में अपना खून-पसीना पार्टी को देनेवाले लोगों के स्थान पर तरजीह दी जा रही है। मैंने पहले भी अपनी पार्टी के लिए लोगों की ओर से फेंके पत्थर और अपशब्दों की मार सही हैं, लेकिन पार्टी के अंदर मेरे साथ दुर्व्यवहार करनेवालों को, मुझे धमकाने वालों को बिना किसी कार्रवाई के ऐसे ही छोड़ा जा रहा है, यह देखना दुर्भाग्यपूर्ण है।' पार्टी के इस फैसले के बाद प्रियंका काफी नाराज हुई हैं।
Deeply saddened that lumpen goons get prefence in @incindia over those who have given their sweat&blood. Having faced brickbats&abuse across board for the party but yet those who threatened me within the party getting away with not even a rap on their knuckles is unfortunate. https://t.co/CrVo1NAvz2
— Priyanka Chaturvedi (@priyankac19) April 17, 2019
चतुर्वेदी ने यह बात एक पत्रकार को रिट्वीट करते हुए कही, जिसने कांग्रेस के नोटिस की एक तस्वीर संलग्न की थी। जिसमें कहा गया है कि प्रियंका चतुर्वेदी द्वारा हाल ही में पार्टी के कुछ नेताओं पर उनके साथ दुर्व्यवहार करने की शिकायत की थी। चतुर्वेदी की शिकायत के बाद पार्टी नेताओं को निलंबित कर दिया गया था। पत्र में कहा गया है कि उत्तर प्रदेश पश्चिम के कांग्रेस महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया के हस्तक्षेप के बाद उन्हें फिर से बहाल करने का फैसला किया है। आपसे अपेक्षा की जाती है कि, निकट भविष्य में आप कुछ ऐसा नहीं करेंगे जिससे पार्टी के छवि को नुकसान पहुंचे।
ये मामला बीते साल सितंबर के आसपास का जब मथुरा में राफेल मुद्दे को लेकर कांग्रेस प्रवक्ता ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। जहां उनके साथ पार्टी के ही कुछ सदस्यों ने दुर्व्यवहार किया। हालांकि, उनकी इस शिकायत के बाद उन सदस्यों को पार्टी से निकाल दिया गया था, लेकिन फिर से उन्हें पार्टी में शामिल करने का पत्र जारी किया गया। इस सभी को ज्योतिरादित्य सिंधिया की सिफारिश के बाद इन कार्यकर्ताओं को बहाल किया गया है।