सरकारी लॉलीपॉप, पेट्रोल की कीमत में 3.05 रु. की कमी जबकि डीजल 50 पैसे महंगा
क्रूड ऑयल के दाम कम होने के कारण पेट्रोल की कीमत में 3.05 रुपये की कमी और डीजल में 50 पैसे की बढ़ोत्तरी की गई है। लगातार पेट्रोल की कीमतों में बञोचरी के बाद दामों में की गई कटौती से जनता को फौरी राहत मिलती नजर आ रही है।हलांकि इस कमी से आमजन को कोई खास फर्क नहीं पड़ा है। लोग इसे चुनावी लालीपाप बता रहे हैं। उनका मानना है कि क्रूड आयल की कीमत कम होने से पेट्रोल के रेट कम किए हैं। यह कमी बेहद कम है। सरकार को महंगाई से निजात दिलाने के लिए पेट्रोल और डीजल दोनों के दाम और भी घटाने होंगे।
पेट्रोल की कीमतों में की गई कटौती पर आईओसी ने कहा कि रुपये में मजबूती और अंतर्राष्ट्रीय बाजार में तेल मूल्य घटने के कारण तेल की कीमत घटाई गई है। ताजा घोषणा में हालांकि राज्यों द्वारा लगाए जाने वाले कर शामिल नहीं हैं। आईओसी ने एक बयान में कहा मोटर स्पिरिट की कीमत घटने और डॉलर के मुकाबले रुपये में मजबूती के कारण अब पेट्रोल मूल्य घटाना संभव हुआ है। दोनों ही कारणों से एमएस मूल्य घटा है, जिसका लाभ उपभोक्ताओं को दिया जा रहा है।"
आईओसी ने डीजल मूल्य बढ़ा दिया है। सरकार ने आईओसी को हर महीने ऐसा करने के लिए कहा है। तीन सरकारी तेल विपणन कंपनियों ने पिछली बार 14 सितंबर 2013 को पेट्रोल मूल्य प्रति लीटर 1.63 रुपये बढ़ा दिया था। एक सितंबर को डीजल मूल्य भी प्रति लीटर 50 पैसे बढ़ाया गया था।