पीएम मोदी बोले- फिलिस्तीन को इंडिपेंडेट देखना चाहता है भारत, जानें संयुक्त बयान की बड़ी बातें
रामल्ला। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन दिनों फिलिस्तीन के दौरे पर हैं। यहां उनका बड़ी गर्मजोशी से स्वागत किया गया। फिलिस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास से प्रधानमंत्री ने मुलाकात की। इस दौरान दोनों की ओर से एक संयुक्त बयान जारी किया गया। प्रधानमंत्री ने कहा संयुक्त बयान जारी कर कहा कि हम फिलिस्तीन की शांति और उसकी संप्रभुता के लिए प्रतिबद्ध हैं। पीएम ने कहा कि हमारी विदेशी नीति में फिलिस्तीन हमेशा से हमारी प्राथमिकता में रहा है। मोदी ने कहा कि हम इस क्षेत्र में शांति और स्थिरता के पक्षधर हैं। पीएम मोदी ने सबाह अल-खेर (सुप्रभात) से अपने बयान की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति अब्बास ने मुझे आज बहुत आत्मीयता के साथ फिलिस्तीन के सर्वोच्च सम्मान से नवाजा है। यह पूरे भारत के लिए सम्मान का विषय है और भारत के लिए फिलिस्तीन की मित्रता और सद्भावना का प्रतीक भी।
पीएम मोदी ने कहा कि
- पीएम मोदी ने कहा- भारत और फिलिस्तीन के बीच जो पुराना और मजबूत ऐतिहासिक संबंध है वह समय की कसौटी पर खरा उतरा है। फिलिस्तीन के हितों को हमारा समर्थन हमारी विदेश नीति में सदैव ऊपर रहा है।
- पीएम मोदी ने कहा कि फिलिस्तीन के लोगों ने निरंतर चुनौतियों और संकट की स्थिति में अद्भुत दृढ़ता और साहस का परिचय दिया है। आपने परिस्थियों से निपटने के लिए चट्टान जैसी संकल्पशक्ति का परिचय दिया है। उन्होंने कहा कि इसके बावजूद कि अस्थिरता और असुरक्षा का वातावरण रहा है, जो प्रगति को बाधित करता है और कठिन संघर्ष से प्राप्त लाभों को खतरे में डालता है। जिन कठिनाइयों और चुनौतियों के बीच आप आगे बढ़े हैं वह प्रशंसनीय है। हम आपकी भावना और बेहतर कल के लिए प्रयास करने के आपके विश्वास की सराहना करते हैं।
- पीएम मोदी ने कहा कि फिलिस्तीन का राष्ट्र-निर्माण प्रयासों में भारत का बहुत पुराना सहयोगी है हमारे बीच प्रशिक्षण, प्रौद्योगिकी, अवसंरचना विकास, परियोजना सहायता और बजटीय समर्थन क्षेत्र में सहयोग है। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे नए पहल के हिस्से के रूप में, हम यहां शुरूआत में एक प्रौद्योगिकी पार्क परियोजना में रामला में इस समय निर्माण कार्य चल रहा है। इसके बाद बनने के बाद, हम आशा करते हैं कि यह संस्था रोजगार बढ़ाने के कौशल और सेवाओं के केंद्र के रूप में काम करेगी।
- पीएम मोदी ने कहा कि भारत, रामल्ला में Institute of Diplomacy बनाने में भी सहयोग कर रहा है। हमें विश्वास है कि यह संस्थान फिलिस्तीन के युवा राजनयिकों के लिए एक विश्व-स्तरीय प्रशिक्षण संस्थान के रूप में उभरेगा।
- पीएम मोदी ने कहा कि हमारी क्षमता निर्माण सहयोग में लंबे और अल्पकालिक पाठ्यक्रमों के लिए अतिरिक्त प्रशिक्षण शामिल है। विभिन्न क्षेत्रों, जैसे अग्रणी भारतीय शैक्षणिक संस्थानों में वित्त, प्रबंधन, ग्रामीण विकास और सूचना प्रौद्योगिकी में प्रशिक्षण और छात्रवृत्ति स्लॉट के लिए हाल ही में बढ़ाया गया था।
- पीएम मोदी ने कहा कि मुझे खुशी है कि इस यात्रा के दौरान हम अपने विकास सहयोग को आगे बढ़ा रहे हैं। भारत, फिलिस्तीन में स्वास्थ्य और शैक्षणिक ढांचा तथा महिला सशक्तीकरण केंद्र और एक printing press लगाने की परियोजनाओं में निवेश करता रहेगा।
- प्रधानमंत्री ने कहा कि हम ऊर्जावान फिलिस्तीनी राज्य के लिए यह योगदान निर्माण खंडमानते हैं। द्विपक्षीय स्तर पर, हम सहमत हैं कि मंत्री स्तर के माध्यम से संयुक्त आयोग की बैठक में उनके संबंधों को और अधिक गहन बनाया जा रहा है।पहली बार, पिछले साल भारत और फिलिस्तीन के युवा प्रतिनिधिमंडलों के बीच में आदान-प्रदान हुआ था। हमारे युवाओं में निवेश करना और उनके कौशल विकास और संबंधों को सहयोग करना, एक साझा प्राथमिकता है।
- पीएम मोदी ने कहा कि भारत, फिलिस्तीन की तरह युवाओं वाला देश है हमारे आकांक्षाओं के बारे में फिलिस्तीन के युवाओं की भविष्य के बारे में वैसे ही हैं जैसा कि हम भारत के युवाओं के लिए हैं, जिसमें प्रगति, समृद्धि और आत्मनिर्भरता अवसर उपलब्ध हैं। ये ही हमारा भविष्य है और हमारे दोस्ताना के उत्तराधिकारी हैं। मुझे यह घोषणा करते हुए प्रसन्नता हो रही है कि मैं इस वर्ष से युवाओं के आदान प्रदान 50 से बढ़कर 100 व्यक्तियों तक रहेंगे। हमारी आज हुई चर्चा में, मैं राष्ट्रपति अब्बास ने एक बार फिर से आश्वस्त किया कि भारत में फिलिस्तीनी लोगों के हितों की ध्यान रखना प्रति प्रतिबद्ध है।
- मोदी ने कहा भारत, फिलिस्तीन के शांतिपूर्ण माहौल में शीघ्र एक संप्रभु, स्वतंत्र देश बनने की आशा करता है। राष्ट्रपति अब्बास और मैं, हाल के क्षेत्रीय और वैश्विक विकास पर विचार विमर्श किया है जिसका संबंध फिलिस्तीन की शांति, सुरक्षा और शांति प्रक्रिया से है भारत, इस क्षेत्र में शांति और स्थिरता की बहुत उम्मीद है।
- पीएम मोदी ने कहा कि हमारा मानना है कि अंतत: फिलिस्तीन के प्रश्न का स्थायी जवाब ऐसी वार्ता और समझ में ही निहित है जिसके जरिए शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व का मार्ग मिल सके। केवल गहन कूटनीति और दूरदर्शिता से ही हिंसा के चक्र और इतिहास के बोझ से मुक्ति पाई जा सकती है। हम जानते हैं यह आसान नहीं है। लेकिन हमें लगातार कोशिश करते रहना चाहिए क्योंकि बहुत कुछ दांव पर है।
- मोदी ने कहा कि मैं हृदय से आपकी शानदार मेहमाननवाजी के लिए आभार व्यक्त करता हूँ। मैं, 1.25 बिलियन भारतीयों की ओर से फिलिस्तीनी लोगों की प्रगति और समृद्धि की हार्दिक शुभकामनाएं भी देता हूँ।
Institute of Diplomacy बनाने में सहयोग कर रहा भारत
विकास सहयोग को आगे बढ़ा रहे हैं
क्षेत्र में शांति और स्थिरता की बहुत उम्मीद
शानदार मेहमाननवाजी के लिए आभार