प्रशांत किशोर का बड़ा आरोप, चुनाव आयोग ने भाजपा के एक्सटेंशन की तरह काम किया
नई दिल्ली, मई 2। पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में टीएमसी के रणनीतिकार रहे प्रशांत किशोर ने 'इलेक्शन मैनेजमेंट' का काम छोड़ने का ऐलान कर दिया है। रविवार को एक न्यूज चैनल के साथ बाचतीत के दौरान उन्होंने ये ऐलान किया। साथ ही उन्होंने कहा कि वो अब किसी भी पार्टी के लिए चुनावी रणनीति बनाने का काम नहीं करेंगे। इस दौरान उन्होंने चुनाव आयोग और केंद्र सरकार पर भी निशाना साधा।
प्रशांत किशोर के चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप
- प्रशांत किशोर ने कहा कि पूरे बंगाल चुनाव के दौरान बीजेपी को जिताने के लिए जो कुछ भी हो सकता था, वो चुनाव आयोग ने किया है। उन्होंने कहा कि अन्य पार्टियों के लिए इस वक्त का समय नरक से कम नहीं है, क्योंकि चुनाव आयोग तो बीजेपी के विस्तार के लिए ही काम कर रहा है।
- प्रशांत किशोर ने कहा कि पूरे चुनाव के दौरान भाजपा को हर उस काम की अनुमति दी गई, जो वो करना चाहते थे।
- प्रशांत किशोर ने कहा है कि हम चुनाव से पहले ही आश्वस्त थे कि जीत हमारी ही होगी और हम ये भी जानते थे कि हमारी 190 से 200 सीटें आएंगी, मुझे तो पता था कि बंगाल में बीजेपी की क्या स्थिति होगी, बीजेपी ने बंगाल में प्रोपेगैंडा का इस्तेमाल किया।
- प्रशांत किशोर ने कहा कि चुनाव आयोग के पक्षपात के चलते बीजेपी को इतनी सीटें भी मिल पाई हैं। उनका कहना है चुनाव आयोग अगर निष्पक्षता से काम करता तो बीजेपी को ये सीटें भी नहीं मिलती।
- प्रशांत किशोर ने चुनाव आयोग के शेड्यूल पर भी सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि उन्होंने ऐसा चुनावी शेड्यूल कभी नहीं देखा। चुनाव आयोग के चलते जनता को 45 दिन तक परेशानी झेलनी पड़ी है, ये चुनाव 15 दिन के अंदर खत्म हो सकता था, जिसे इतना लंबा खींचा गया।