एक समय था जब हमे क्रायोजेनिक तकनीक देने से मना कर दिया गया था: पीएम मोदी
Mann Ki Baat: मन की बात कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्पेस सेक्टर में भारत की उपलब्धियों की जमकर सराहना की है। प्रधानमंत्री ने कहा कि एक समय था जब हमे क्रायोजेनिक तकनीक देने से इनकार कर दिया गया था, लेकिन आज हमारे वैज्ञानिकों ने ना सिर्फ स्वदेशी तकनीक को विकसित किया बल्कि एक साथ कई सैटेलाइट को स्पेस में सफलतापूर्व स्थापित कर रहे हैं। पीएम मोदी ने देश की युवा शक्ति की तारीफ करते हुए कहा कि हमारे युवा देश के सपनों को साकार करने में सतत कार्यरत हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि स्पेस क्षेत्र की बात करें तो हमारा देश सोलर सेक्टर के साथ स्पेस सेक्टर में कमाल कर रहा है। पूरी दुनिया भारत की उपलब्धियों को देखकर हैरान है। कुछ दिन पहले भारत ने एक साथ 36 सैटेलाइट को अंतरिक्ष में स्थापित किया है। दिवाली से ठीक एक दिन पहले मिली यह सफलता हमारे युवाओं की ओर से देश को एक स्पेशल दिवाली गिफ्ट है। इस लॉन्चिंग से कश्मीर से कन्याकुमारी और कच्छ से कोहिमा तक डिजिटल कनेक्टिविटी को और मजबूती मिलेगी। इसकी मदद से बेहद दूर-दराज के इलाके भी देश के बाकी हिस्सों से और भी आसानी से जुड़ जाएंगे। देश जब आत्मनिर्भर होता है तो कैसे सफलता की नई ऊंचाइयों पर पहुंचता जाता है, यह उसका उदाहरण है।
पीएम मोदी ने कहा कि मुझे वह पुराना समय भी याद आ रहा है जब भारत को क्रायोजेनिक रॉकेट टेक्नोलॉजी देने से मना कर दिया गया था। लेकिन भारत के वैज्ञानिकों ने ना सिर्फ स्वदेशी तकनीक विकसित की बल्कि एक साथ दर्जनों सैटेलाइट अंतरिक्ष में भेज रहा है। इस लॉन्चिंग की मदद से भारत ग्लोबल कॉमर्शियल मार्केट में एक मजबूत प्लेयर बनकर उभरा है। इससे अंतरिक्ष के क्षेत्र में भारत के लिए अवसरों के नए द्वार खुले हैं। हमारा देश सबके प्रयास से ही अपने लक्ष्यों को प्राप्त कर सकता है। भारत में पहले स्पेस सेक्टर सरकारी व्यवस्थाओं के दायरे में ही सिमटा हुआ था, जब यह स्पेस सेक्टर भारत के युवाओं के लिए और प्राइवेट सेक्टर के लिए खोला गया है तबसे क्रांतिकारी परिवर्तन आने लगे हैं।
भारतीय इंडस्ट्री और स्टार्टअप के क्षेत्र में नए इनोवेशन और तकनी आने लगी है। इन स्पेस के जरिए गैर सरकारी कंपनियों को भी अपने पे लोड और सैटेलाइट लॉन्च करने की सुविधा मिल रही है। मैं अधिक से अधिक स्टार्टअप और प्राइवेट सेक्टर से आग्रह करूंगा कि वह इस सेक्टर का पूरा लाभ उठाएं। पीएम ने कहा कि मुझे यह उम्मीद है कि आईआईटी से प्रेरणा लेकर अन्य संस्थान भी इस क्षेत्र में आगे आएंगे।