गैस रिसाव हादसे पर पीएम मोदी ने की गृह मंत्रालय के अधिकारियों से बात, NDMA की बैठक बुलाई
नई दिल्ली: आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में गुरुवार सुबह एक फॉर्मा कंपनी में जहरीली गैस लीक हो गई। इस दौरान सात लोगों के मौत की खबर है, जबकि 20 से ज्यादा लोगों की हालात गंभीर बताई जा रही है। घटना के बाद से हजारों की आबादी पर खतरा मंडरा रहा है। मामले की गंभीरता को देखते हुए आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगनमोहन रेड्डी विशाखापट्टनम पहुंच गए हैं। वहीं पीएम मोदी ने घटना पर दुख जताया है। साथ ही गृह मंत्रालय के अधिकारियों से बात की है।

मामले में पीएम मोदी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि उन्होंने गृह मंत्रालय और नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी के अधिकारियों से विशाखापट्टनम के हालात पर बात की है। पूरे हालात की गंभीरता से निगरानी की जा रही है। उन्होंने कहा कि मैं इस घटना में सभी के सुरक्षित होने की कामना करता हूं। वहीं पीएम मोदी कुछ देर बाद नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी के अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। दूसरी ओर मामले की गंभीरता को देखते हुए आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगनमोहन रेड्डी विशाखापट्टनम के पहुंच गए। वहां वे किंग जॉर्ज अस्पताल में पीड़ितों से मिलेंगे।
Spoke to officials of MHA and NDMA regarding the situation in Visakhapatnam, which is being monitored closely.
I pray for everyone’s safety and well-being in Visakhapatnam.
— Narendra Modi (@narendramodi) May 7, 2020
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मुख्यमंत्री कार्लायल के मुताबिक सीएम रेड्डी घटना की मॉनिटरिंग खुद कर रहे हैं। मामले में सरकार और जिला प्रशासन की ओर से जरूर कदम उठाए जा रहे हैं। मामले में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री किशन रेड्डी ने बताया कि उन्होंने राज्य के मुख्य सचिव और डीजीपी से बात कर ली है। इस घटना से हजारों लोग प्रभावित हुए हैं। एनडीआरएफ की टीम को लोगों की मदद के लिए लगा दिया गया है। सभी को जरूरी स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही हैं।
कई गांवों को करवाया गया खाली
आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में एक फॉर्मा कंपनी से जहरीली गैस के निकलने के बाद हालात बेकाबू हो गए हैं। गुरुवार सुबह अचानक फैक्ट्री से जहरीली गैस का रिसाव होने लगा, जिसके बाद लोगों को सांस लेने में तकलीफ, आंखों में जलन जैसी शिकायत होने लगी। लोगों को फौरन अस्पताल पहुंचाने का काम किया जा रहा है। वहीं स्थानीय प्रशासन और नौसेना फैक्ट्री के पास के गांवों को खाली कराने में जुट गई है। गैस का प्रभाव सबसे ज्यादा 1-1.5 किमी तक है। जबकि गैस की दुर्गंध 2-2.5 किमी तक फैली है। 100-200 लोग इस जहरीली गैस की चपेट में आ गए हैं। सभी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।