अंतरराष्ट्रीय भारती महोत्सव को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने महाकवि सुब्रह्मण्य को किया याद
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को महाकवि भारतियार की 138वीं जयंती के मौके पर अंतर्राष्ट्रीय भारती उत्सव को वीडियो कॉन्फ्रेंसिग के जरिए संबोधित किया है। इस दौरान उन्होंने कहा कि सुब्रह्मण्य भारती किसी एक प्रोफेशन या फिर आयाम से नहीं जुड़े थे। बल्कि वह तो कवि, लेखक, संपादक, पत्रकार, सामाजिक सुधारक, स्वतंत्रता सेनानी, मानवतावादी और भी बहुत कुछ थे।
प्रधानंमत्री ने कहा कि महाकवि भारतियार की प्रगति की परिभाषा में महिलाओं की केंद्रीय भूमिका थी। सबसे महत्वपूर्ण विजन स्वतंत्र और सशक्त महिलाओं का था। उन्होंने लिखा था कि महिलाओं को सिर ऊंचा कर लोगों की आंखों में आंखें डालकर चलना चाहिए। हम इस विजन से प्रेरित हैं और हम महिलाओं के नेतृत्व वाले सशक्तिकरण को सुनिश्चित करने के लिए काम कर रहे हैं। हमारी सरकार में काम के हर क्षेत्र में महिलाओं की गरिमा को महत्व दिया गया है।
पीएम मोदी ने कहा कि उन्हें इस साल अंतर्राष्ट्रीय भारती उत्सव पर भारती अवॉर्ड सीनी विश्वनाथन को देने की काफी खुशी है। उन्होंने अपना पूरा जीवन भारतियार के कामों की रिसर्च पर लगा दिया है। उन्होंने 86 वर्ष की उम्र में भी अपना काम जारी रखा।
पेरिस
जलवायु
समझौते
की
पांचवीं
वर्षगांठ
पर
दुनिया
को
संबोधित
करेंगे
पीएम
मोदी