पुलवामा में पीडीपी नेता अब्दुल गनी की गोली मारकर हत्या
.पुलवामा में पीडीपी नेता अब्दुल गनी दार की कुछ अज्ञात लोगों ने गोली मारकर हत्या की
श्रीनगर। कश्मीर में तनाव कम होने का नाम नहीं ले रहा है, कुछ अज्ञात हमलावरों ने अब पीडीपी नेता अब्दुल गनी दार को अपना निशाना बनाया और उन्हें मौत के घाट उतार दिया। जिस तर से पिछले कुछ दिनों में सुरक्षाकर्मियों और प्रदर्शनकारियों के बीच तनाव बढ़ा है उसके बाद इस घटना ने यहां के माहौल को और भी तनावपूर्ण बना दिया है।
छाती में मारी 3 गोलियां
सूत्रों
के
अनुसार
पुलवामा
यूनिट
के
अध्यक्ष
अब्दुल
गनी
पीडीपी
पार्टी
के
नेता
थे,
जिनपर
पिंगलाना
के
पास
उस
वक्त
कुछ
लोगों
ने
हमला
कर
दिया
जब
वह
अपनी
कार
से
कहीं
जा
रहे
थे,
अज्ञात
लोगों
ने
उपर
गोली
चला
दी,
जिसके
बाद
उन्हें
तुरंत
श्रीनगर
के
अस्पताल
ले
जाया
गया।
लेकिन
श्रीनगर
के
अस्पताल
के
डॉक्टर
का
कहना
है
कि
जो
व्यक्ति
उन्हें
यहां
लेकर
आया
था
वह
उन्हें
मृत
अवस्था
में
लााय
था।
अब्दुल
गनी
को
उनकी
छाती
में
तीन
गोलियां
लगी
थी।
मुफ्ती की पीएम से मुलाकात के बाद हुई घटना
यह घटना उस वक्त हुई है जब जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से नई दिल्ली में मुलाकात की, इस मुलाकात के कुछ घंटों के बाद ही इस घटना को अंजाम दिया गया है। पीएम मोदी से मुलाकात के दौरान मुफ्ती ने कहा था कि अलगाववादियों से भी बातचीत होनी चाहिए और केंद्र को वाजपेयी सरकार की पदचिन्हों का पालन करना चाहिए।
सरकार को तुरंत अलगाववादियों बात करनी चाहिए
वहीं एनसी नेता फारुख अब्दुल्ला का कहना है कि सरकार को अलगाववादियों से बात करनी चाहिए, उन्होंने कहा कि सरकार को बेहतर माहौल का इंतजार नहीं करना चाहिए बल्कि तुरंत उनसे बात करनी चाहिए। अब्दुल्ला ने कहा कि सरकार को ना सिर्फ भारत बल्कि पाकिस्तान में इस मामले से जुड़े लोगों से बात करनी चाहिए।
लगातार चल रहा है प्रदर्शन
जिस तरह से कश्मीर की सड़कों पर लगातार प्रदर्शन चल रहा है उसके बाद मुफ्ती सरकार लगातार दबाव में है, मुफ्ती ने पीएम मोदी को यहां की घटनाओं की जानकारी दी और बातचीत के रास्तों को खोलने की भी बात कही। पिछले कुछ दिनों से लगातार कश्मीर की सड़कों पर प्रदर्शन चल रहा है, हाल ही में उपचुनाव के दौरान जिस तरह से आठ लोगों की मौत हुई थी उसने तनाव को बढ़ा दिया और पिछले एक दशक के दौरान सबसे कम वोटिंग यहां हुई।
कश्मीर
के
बिगड़ते
हालात
के
बाद
कई
पीडीपी
नेताओं
ने
इस
बात
की
चिंता
जाहिर
की
थी
कि
कश्मीर
में
उनका
वोटबैंक
खत्म
हो
रहा
है,
जिस
तरह
से
भाजपा
और
पीडीपी
की
सरकार
प्रदर्शनकारियों
के
खिलाफ
सख्त
रुख
अख्तियार
कर
रही
है
वह
उनकी
पार्टी
को
नुकसान
पहुंचा
रही
है।