यूपी डीजीपी का प्रभार संभालेंगे ओपी सिंह, गृह मंत्रालय ने रिलीव किया
लखनऊ। आखिरकार वो ही हुआ जिसकी उम्मीद जताई जा रही थी, आज सीआईएसएफ के डीजी ओपी सिंह को रिलीव करने की आधिकारिक घोषणा कर दी गई है, जिसके बाद सोमवार को ओपी सिंह यूपी के डीजीपी का प्रभार संभालेंगे। वो पूर्व डीजीपी सुलखान सिंह की जगह लेंगे, जिनका कार्यकाल 30 दिसंबर 2017 को खत्म हो गया था। केंद्र से रिलीविंग न मिलने के कारण उनकी ज्वॉइनिंग में देरी हुई है । यह पहली बार है जब प्रदेश के डीजीपी का पद इतने लंबे समय तक खाली रहा है। दरअसल ओपी सिंह को रिलीव करने के लिये राज्य सरकार द्वारा केन्द्र सरकार को भेजे गये रिमाइंडर के बाद यह तो साफ हो गया कि केन्द्र और राज्य के बीच ओपी सिंह के लिये खडे हुये मतभेद समाप्त हो गये हैं।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक ओपी सिंह के लिये भेजे गये रिमाइंडर के बाद भाजपा के शीर्ष नेताओ की बैठक में मौजूदा समय में हो रही सरकार की किरकिरी पर चर्चा हुई तो यह फैसला लिया गया कि ओपी सिंह को उनके गृह प्रदेश में जाने दिया जाये, लेकिन उससे भी ज्यादा जरूरी था जनता और मीडिया को अभी तक की रोक का कारण बताना, तो अब यह कारण लोगों को संतुष्ट करने के लिये पर्याप्त है कि सरकार सीआईएसएफ के डीजी के पद के लिये उपयुक्त अधिकारी की तलाश में थी, जिसके पूरे होने पर ओपी सिंह रिलीव किये गये।
कार्यकाल 30 जनवरी 2020 तक होगा
जानकारी के लिये बता दें कि 1983 बैच के आईपीएस ओम प्रकाश सिंह अब तक केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल में डीजी पद पर तैनात थे। अब पद ग्रहण करने के बाद यूपी के नए डीजीपी के तौर पर उनका कार्यकाल 30 जनवरी 2020 तक होगा। ऐसा सोचा जा रहा था कि यूपी सरकार डीजीपी पद पर ऐसे आईपीएस अफसर को नियुक्त करना चाहती थी, जिसका कार्यकाल लंबा हो। ओपी सिंह का कार्यकाल वर्ष 2020 तक है, शायद एक वजह यह भी है कि प्रदेश सरकार ने डीजीपी के लिए उनका चयन किया है।
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