टोक्यो ओलंपिक में भारत को पहला पदक दिलाने के बाद क्या बोलीं मीराबाई चानू
टोक्यो ओलंपिक में भारत को पहला पदक दिलाने के बाद क्या बोलीं मीराबाई चानू
टोक्यो, 24 जुलाई: शनिवार को भारत को टोक्यो ओलंपिक में पहला पद मिल गया है। भारत की वेटलिफ्टर मीराबाई चानू ने 49 किलोग्राम भार में सिल्वर मेडल हासिल किया है। चानू के रजत पदक जीतते ही देश में खुशी की लहर दौड़ गई। रजत पदक जीतने के बाद मीराबाई चानू ने पहली प्रतिक्रिया दी है।
मैंने गोल्ड के लिए कोशिश की थी
पदक जीतने के बाद चानू ने कहा, मैं बहुत खुश हूं कि मैंने मेडल जीता। पूरा देश मुझे देख रहा था और मुझसे उनकी उम्मीदें थीं। मैं थोड़ा नर्वस जरूर थी लेकिन मैंने अपना सर्वश्रेष्ठ देने की ठान ली थी। मैंने इसके लिए बहुत मेहनत की थी और मुझे इसका फल मिला।
गोल्ड चूकने पर हुए सवाल को लेकर चानू ने कहा, मैंने गोल्ड मेडल जीतने की पूरी कोशिश की, मैं गोल्ड नहीं जीत पाई। मैंने अपनी तरफ से काफी ज्यादा कोशिश की। दरअसल जब मैंने दूसरी लिफ्ट की, तो मैं समझ गई थी कि मुझे पदक मिल जाएगा। मुझे पदक मिला, मैं बहुत खुश हूं।
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ऐसा करने वाली पहली महिला बनीं
मीराबाई चानू ने वेटलिफ्टिंग में ओलंपिक सिल्वर मेडल लाकर देश की पहली महिला बनने का गौरव हासिल किया है। इससे पहले 2000 में हुए सिडनी ओलंपिक में कर्णम मल्लेश्वरी ऐसी पहली भारतीय महिला बनी थीं जिन्होंने वेटलिफ्टिंग में पदक जीता था। वह कांस्य पदक था। मीराबाई ने 49 किलो भार वर्ग में ये पदक जीता है। वे टोक्यो ओलंपिक में भारत की एकमात्र वेटलिफ्टर हैं।
जब मीराबाई चानू की ताकत से भाई भी हुआ हैरान, पहले भी जीत चुकी हैं कई मेडल
चानू का ये दूसरा ओलंपिक
टोक्यो ओलंपिक बड़े मंच पर मीराबाई चानू की दूसरी ओलंपिक प्रतियोगिताहै। 2016 में, उन्होंने रियो के लिए क्वालीफाई किया, लेकिन क्लीन एंड जर्क श्रेणी में तीन प्रयासों में किसी भी वैध लिफ्ट को नहीं बना सकीं। तब से लेकर उनकी अब तक की यात्रा जबरदस्त रही है। 2017 में, उन्होंने वर्ल्ड चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता और एक साल बाद राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण और 2019 एशियाई भारोत्तोलन चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता।