ICMR प्रमुख का दावा- प्लाज्मा थेरेपी से कम नहीं की जा सकती कोरोना की मृत्युदर
नई दिल्ली: देश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 67 लाख के पार पहुंच गई है। इसके साथ एक लाख से ज्यादा लोगों की अब तक मौत हुई है। कोरोना वायरस का इलाज अभी तक मेडिकल साइंस के पास नहीं है। इस बीच कहा जा रहा था कि प्लाज्मा थेरेपी से कोरोना की मृत्युदर को कम किया जा सकता है। अब इस थ्योरी को भी ICMR ने गलत बताया है।
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ICMR के महानिदेश बलराम भार्गव के मुताबिक एक अध्ययन में ये साफ हुआ है कि कोरोना की मृत्युदर को रोकने में प्लाज्मा थेरेपी का कोई लाभ नहीं है। इसके बाद उनकी टीम ने एक हार्स सीरम (एंटीसेरा) विकसित किया है, जिसके ट्रायल की अनुमति मिल गई है। एंटीसेरा एक तरह का ब्लड सीरम है, जिसमें वायरस से लड़ने की क्षमता रखने वाली एंटीबॉडी होती है। ये ट्रायल सफल होने पर कोरोना वायरस के खतरे को काफी हद तक कम किया जा सकेगा।
अस्पताल में भर्ती 5 में से 4 कोरोना मरीजों में दिखे न्यूरोलॉजिकल रोग के लक्षणः रिपोर्ट
देश
का
रिकवरी
रेट
84%
से
ज्यादा
मंगलवार
को
प्रेस
कॉन्फ्रेंस
के
दौरान
केंद्रीय
स्वास्थ्य
मंत्रालय
के
सचिव
राजेश
भूषण
ने
बताया
कि
भारत
में
रिकवरी
रेट
84
प्रतिशत
से
ज्यादा
हो
गया
है।
इस
रिकवरी
रेट
की
वजह
से
देश
में
सक्रिय
मामलों
की
संख्या
10
लाख
से
कम
बनी
हुई
है।
वहीं
देश
में
सक्रिय
मामलों
में
77%
महाराष्ट्र,
कर्नाटक,
केरल,
आंध्र
प्रदेश,
तमिलनाडु,
उत्तर
प्रदेश
सहित
10
राज्यों
से
हैं।
इसके
साथ
ही
अब
रोजाना
के
पॉजिटिविटी
रेट
में
भी
कमी
आई
है।
भूषण
के
मुताबिक
महाराष्ट्र
में
कोविड-19
के
ट्रेंड
पर
कमेंट
करना
जल्दबाजी
होगी,
क्योंकि
निरीक्षण
के
लिए
अभी
उनको
और
ज्यादा
वक्त
चाहिए।