NGT ने Smog पर दिल्ली, हरियाणा, यूपी से मांगा जवाब, लगाई फटकार
नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली में धुंध के चलते लोगों को हो रही दिक्कतों पर राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (NGT) ने 3 राज्यों से जवाब मांगा है। NGT ने कहा कि आखिर दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश ने पहले से कोई बचाव वाले कदम क्यों नहीं उठाए ताकि इलाके की हवा साफ रह सके? एनजीटी के अध्यक्ष न्यायमूर्ति स्वतंत्ररण कुमार की अध्यक्षता वाली एक पीठ ने आपातकाल की स्थिति से निपटने के लिए राज्य सरकारों को पहले से तैयार नहीं होने के कारण उनकी आलोचना की। दिल्ली के लोग आज जब उठे तो 'गंभीर' धुंध का सामना किया। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने भी इस हालत को 'गंभीर' करार दिया
पीठ ने कहा कि हवा की गुणवत्ता इतनी बुरी है कि बच्चे सही तरीके से सांस नहीं ले पा रहे हैं। आपने हमारे दिशा के अनुसार हेलीकाप्टरों का उपयोग क्यों नहीं किया था? NGT ने राज्य सरकारों को यह बताने के लिए कहा है कि उन्होंने एहतियाती उपायों को क्यों नहीं अपनाया, जैसा कि पहले बताया गया था कि ऐसी स्थिति पैदा होने की संभावना है।
शहर में कारों की बढ़ती संख्या को उजागर करते हुए, पर्यावरण कार्यकर्ता आकाश वशिष्ठ ने दायर याचिका में कहा गया है कि सीपीसीबी की रिपोर्ट के अनुसार, दिवाली के बाद 17 अक्तूबर 18 और 19 को दिल्ली की हवा की गुणवत्ता 'बहुत खराब' पाया गया। याचिका में यह भी कहा गया है कि पिछले साल एनजीटी से इस तरह के विस्तृत आदेश के बावजूद, अधिकारी इस पर सोए हैं।