NCP का एकनाथ शिंदे पर हमला, CM बोले- गवर्नर के बयान का नहीं करेंगे समर्थन, मराठियों के योगदान को ना भूल सकते
राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी (Bhagat Singh Koshyari) के राजस्थानी गुजराती वाले बयान से महाराष्ट्र की राजनीति जबरदस्त गरमा गई है। अपने बयान से महामहिम लगातार चौतरफा घिरते जा रहे हैं।
मुंबई, 30 जुलाई : राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी (Bhagat Singh Koshyari) के राजस्थानी गुजराती वाले बयान से महाराष्ट्र की राजनीति जबरदस्त गरमा गई है। अपने बयान से महामहिम लगातार चौतरफा घिरते जा रहे हैं। शिवसेना, मनसे, कांग्रेस के बाद अब एनसीपी ने निशाना साधा है। एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले ने राष्ट्रपति से राज्यपाल को हटाने की मांग की है। साथ ही महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने भी राज्यपाल के बयान का समर्थन नहीं किया।
'महाराष्ट्र के लोगों का अपमान'
उन्होंने कहा कि सभी के साथ समान व्यवहार करना राज्यपाल की जिम्मेदारी है। लेकिन गवर्नर कोश्यारी लोगों के बीच कटुता और विभाजन पैदा कर रहे हैं। उन्होंने महाराष्ट्र के लोगों का अपमान और चोट पहुंचाई है। उन्होंने अपने बयान से बड़ा अपराध किया है। सुप्रिया सुले ने कहा कि मैं राष्ट्रपति से राज्यपाल को हटाने का अनुरोध करती हूं।
'राज्यपाल को हटाने की मांग'
वहीं, सुप्रिया सुले ने महाराष्ट्र की नई नवेली सरकार पर निशान साधते हुए कहा कि देवेंद्र फडणवीस और एकनाथ शिंदे हर 10 दिन में दिल्ली जाते रहते हैं। अगली बार अब जब भी उनमें से कोई एक दिल्ली आए तो उन्हें राज्यपाल को उनके मूल राज्य उत्तराखंड वापस भेजने के लिए कहना चाहिए।
'राज्यपाल का निजी विचार'
एकनाथ शिंदे ने कहा कि राज्यपाल के अपने निजी विचार हैं लेकिन हम उनके बयानों का समर्थन नहीं करेंगे। राज्यपाल का पद एक संवैधानिक पद है। उन्हें संविधान की नैतिकता के तहत बोलना चाहिए। हम मुंबई के लिए मुंबईकर और मराठी लोगों के योगदान को कभी नहीं भूल सकते।
सड़क पर उतरे एनसीपी कार्यकर्ता
वहीं, राज्यपाल के बयान के खिलाफ एनसीपी के कार्यकर्ता आज सड़क पर उतर आए। हाथ में पार्टी का झंडा और बैनर लेकर प्रदर्शन किया। राज्यपाल के खिलाफ नारे लगाए। इस बीच सड़क पर जबरदस्त का जाम का माहौल रहा। रोड पर गाड़ियों का चक्का जाम रहा।
क्या है राज्यपाल का बयान
मुंबई के अंधेरी पश्चिम क्षेत्र में शुक्रवार को एक स्थानीय चौक का नाम दिवंगत श्रीमती शांतिदेवी चम्पालालजी कोठारी के नाम पर रखा गया है। इसी कार्यक्रम में भाग लेने के लिए महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे हुए थे। इस दौरान उन्होंने कार्यक्रम में कहा, 'अगर महाराष्ट्र, खासकर मुंबई और ठाणे से गुजरातियों और राजस्थानियों को हटा (निकाल) दिया जाता है, तो यहां कोई पैसा नहीं बचेगा। देश की आर्थिक राजधानी नहीं रह पाएगी मुंबई।