कौन थे डॉक्टर वर्गीज कुरियन, जिनके सम्मान में मनाया जाता है नेशनल मिल्क डे
कौन थे डॉक्टर वर्गीज कुरियन, जिनके सम्मान में मनाया जाता है नेशनल मिल्क डे
National Milk Day 2022: भारत में 26 नवंबर को नेशनल मिल्क डे यानी राष्ट्रीय दुग्ध दिवस मनाया जाता है। डॉक्टर वर्गीज कुरियन के सम्मान में पूरे भारत में राष्ट्रीय दुग्ध दिवस मनाा जाता है। डॉ. वर्गीज कुरियन को भारत में श्वेत क्रांति का जनक भी कहा जाता है, इन्हें श्वेत क्रांति का नेतृत्व करने का श्रेय दिया जाता है। भारत के डेयरी उद्योग को देश के सबसे बड़े आत्मनिर्भर उद्योग की स्थिति में लाने के लिए 'ऑपरेशन फ्लड' को लीड भी डॉक्टर वर्गीज कुरियन ने किया था। भारतीय डेयरी संघ (आईडीए) द्वारा की गई पहल के बाद ही 2014 से भारत में राष्ट्रीय दुग्ध दिवस मनाया जा रहा है। भारत के आर्थिक सर्वेक्षण 2021-2022 के मुताबिक भारत दूध उत्पादन में पहले स्थान पर है और वैश्विक दूध उत्पादन में लगभग 23 प्रतिशत का योगदान देता है। इतना ही नहीं, डेयरी एकमात्र सबसे बड़ी कृषि जिंस है जो राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था में 5 प्रतिशत का योगदान करती है। 8 करोड़ से अधिक किसानों को सीधे रोजगार देती है।
जानिए कौन थे डॉक्टर वर्गीज कुरियन?
डॉक्टर वर्गीज कुरियन का जन्म 26 नवंबर 1921 केरल के कोझीकोड में एक अमीर सीरियाई ईसाई परिवार में हुआ था। डॉ. वर्गीज कुरियन एक मशहूर भारतीय सामाजिक उद्यमी थे और 'फादर ऑफ द वाइट रिवोल्युशन' के नाम से जाने जाते थे। वर्गीज कुरियन ने 'बिलियन लीटर आइडिया' (ऑपरेशन फ्लड) के लिए बहुत नाम कमाया था। डॉ. कुरियन के काम के कारण 1998 में भारत अमेरिका को पछाड़कर दुनिया का सबसे बड़ा दूध उत्पादन करने वाला देश बन गया।
डॉक्टर वर्गीज कुरियन ने चार्ज की गई कीमतों को तय करने के लिए दिल्ली दुग्ध योजना को व्यवस्थित करने में मदद की थी। न्हें डेयरी उत्पादन के औद्योगीकरण और अमूल ब्रांड की स्थापना का श्रेय भी जाता है। उन्होंने लगभग 30 संस्थाओं कि स्थापना की, जिसमें AMUL, GCMMF, IRMA, NDDB जैसे संस्था शामिल हैं।
अमूल की उस वक्त सबसे बड़ी उपलब्धि थी कि वह प्रमुख दुग्ध उत्पादक राष्ट्रों मैं गाय के बजाय भैंस के दूध का पाउडर उपलब्ध करवाया था। इसके बाद देश के तत्कालीन प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री ने उन्हें 1965 में राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड का संस्थापक अध्यक्ष बनाया था।
डॉक्टर वर्गीज कुरियन को उनके कामों के लिए पद्म विभूषण से नवाजा गया था। इसके अलावा उन्हें वर्ल्ड फूड प्राइज, रेमन मैगसेसे पुरस्कार,कार्नेगी-वॉटेलर वर्ल्ड पीस प्राइज से भी सम्मानित किया गया था।