पर्वतारोहियों की तलाशः एयरफोर्स-ITBP की टीम को नहीं मिली सफलता, सर्च ऑपरेशन हुआ नाकाम
देहरादून: उत्तराखंड के पिथौरागढ़ के नंदादेवी ईस्ट पर गए 8 विदेशी पर्वतारोहियों में से पांच शवों के मारे जाने के सबूत मिलने के बाद उनके शवों को लाने को लाने के लिए आज बुधवार को सर्च ऑपरेशन चलाया गया। इंडियन एयरफोर्स के हैलिकॉप्टर से एयर फोर्स और आईटीबी की 9 सदस्यों को टीम सर्च ऑपरेशन के लिए निकली। लेकिन 3 बार कोशिश करे के बावजूद वो नंदादेवी चोटी पर नहीं पहुंच पाई।
लापता विदेशी पर्यटकों की तलाश के लिए 4 आईटीबीपी ट्रेकर्स और 5 वायु सेना के कर्मियों ने आज सुबह एएलएच (एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर) में मुनस्यारी से उड़ान भरी। पिथोरागढ़ के डीएम वीके जोगदंडे ने कहा कि नंदादेवी बेस कैंप में लापता विदेशी पर्यटकों की तलाश में गया हैलिकॉप्टर तीन नाकाम प्रयासों के बाद वापस पिथोरागढ़ आ गया। ऊँचाई, भौगोलिक परिस्थतियों और हवा के डिस्टर्बन्स की वजह से सर्च ऑपरेशन पूरा नहीं हो पाया।
पिथोरागढ़ के डीएम ने आगे कहा कि एक टीम को सर्च ऑपरेशन के लिए हेलीकॉप्टर द्वारा ऊचें स्थान पर उतारा जाएगा, जहां समस्या खड़ी नहीं होंगी। मौसम और ऊंचाई को देखते हुए टीम को 3 से 4 दिनों का समय दिया जाएगा। इसके बाद वो अपनी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए दोबारा सर्च ऑपरेशन शुरू करेंगे।
गौरतलब है कि 13 मई को दुनिया के जाने-माने पर्वतारोही मार्टिन मोरन की अगुवाई में ब्रिटेन, अमेरिका और आस्ट्रेलिया के 8 लोगों का एक दल चोटी को फतह करने निकला था। बताया जा पर्वतारोही किसी बड़े एवलॉंच की चपेट में आ गए थे और 24 मई को लापता हो गए थे। दो दिन चले ऑपरेशन के बाद सोमवार को 5 पर्वतारोहियों के शवों के फोटोग्राफ़िक एविडेंस मिले थे। इससे पहले रविवार को उत्तराखंड में नंदादेवी बेस कैंप में फंसे चार पर्वतारोहियों को भारतीय वायु सेना की मदद से भारत-तिब्बत सीमा पुलिस ने बचा लिया। इन पर्वतारोहियों को रविवार को पिथौरागढ़ लाया गया। सभी 4 पर्वतारोही- इयान वेड, मार्क थॉमस, कैथरीन आर्मस्ट्रांग, और ज़ाचारी क्वैन ब्रिटेन से थे।
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