कुडनकुलम की पहली इकाई देश को समर्पित, मोदी-पुतिन-जयललिता ने किया उद्घाटन
नई दिल्ली: विरोध-प्रदर्शन के एक लंबे दौर के बाद आखिरकार कुडनकुलम न्यूक्लियर पावर प्लांट की पहली इकाई का बुधवार को उद्घाटन हो गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संयुक्त रूप से इस इकाई को देश को समर्पित किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मौके पर कहा, 'देश को समर्पित कुडनकुलम परमाणु बिजली संयंत्र भारत और रूस के बीच एक ऐतिहासिक बंधन की निशानी है। आज की यह उपलब्धि भारत और रूस के इंजीनियरों के लिए भी खुशी का मौका है। मैं उन्हें उनके अथक प्रयास के लिए सलाम करता हूं। भारत और रूस की यह दोस्ती हमेशा बनी रहेगी। मुझे चीन में होने वाली जी-20 समिट में राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात का इंतजार रहेगा।
कुडनकुलम न्यूक्लियर पावर प्लांट को लेकर भारत और रूस के बीच 1988 में समझौता हुआ था। हालांकि इस प्लांट को लेकर काफी विरोध-प्रदर्शन हुए। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मुख्यमंत्री जयललिता ने कहा कि उन्होंने हमेशा इस परियोजना का समर्थन किया है। साथ ही उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों को सुरक्षा का भी मैं पूरा भरोसा दिलाती हूं। जयललिता ने कहा कि कुडनकुलम रिएक्टर भारत और रूस के बीच दोस्ती के एक स्मारक के तौर पर स्थापित हुआ है।