पुलवामा हमले के बाद के 7 असर जिससे पाकिस्तान जरूर होगा परेशान
नई दिल्ली। पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर आत्मघाती हमले के बाद से पाकिस्तान पर भारत का दबाव बढ़ता जा रहा है। 100 घंटे के भीतर जहां भारत ने इस घटना के मास्टरमाइंड माने जा रहे दो खूंखार आतंकियों अब्दुल रशीद गाज़ी और कामरान को मार गिराया, वहीं यूएन सुरक्षा परिषद में पारित निन्दा प्रस्ताव से भी भारत की बड़ी कूटनीतिक जीत हुई है जबकि पाकिस्तान की करारी हार।
पहला असर : पाकिस्तान ने जमात उद दावे पर प्रतिबंध लगाया
पाकिस्तान को भी आतंकी संगठनों पर एक्शन लेने के लिए मजबूर होना पड़ा है। प्रधानमंत्री इमरान ख़ान की अध्यक्षता में हुई राष्ट्रीय सुरक्षा समिति ने बड़ा फैसला लिया है। जमात उद दावा और इससे जुड़े फाउंडेशन फलाह-ए-इंसानियत को पाकिस्तान ने बैन कर दिया गया है। हाफिज़ सईद इन संगठनों का प्रमुख है और वह मुंबई हमले का मास्टरमाइंड है। इससे पहले पाकिस्तान ने इन संगठनों को निगरानी सूची में डाल रखा था। जमात उद दावा का दावा है कि भारत के दबाव में पाकिस्तान ने यह एक्शन लिया है।
दूसरा असर : यूएन की सुरक्षा परिषद में पुलवामा हमले की निन्दा का प्रस्ताव पास
पुलवामा
हमले
को
जघन्य
और
कायराना
बताते
हुए
संयुक्त
राष्ट्र
की
सुरक्षा
परिषद
ने
निन्दा
प्रस्ताव
पारित
किया
है।
इस
प्रस्ताव
के
खासियत
पर
नज़र
डालें
तो
इनमें
शामिल
हैं-
·
पुलवामा
पर
UN
में
निन्दा
प्रस्ताव
पास
·
प्रस्ताव
में
जैश-ए-मोहम्मद
का
नाम
·
घटना
के
अपराधियों,
षडयंत्रकर्ताओं
और
उन्हें
धन
मुहैया
कराने
वालों
की
निन्दा
·
ऐसे
लोगों
जिम्मेदार
ठहराने
और
न्याय
के
दायरे
में
लाने
की
ज़रूरत
·
आतंकवाद
अंतरराष्ट्रीय
शांति
और
सुरक्षा
के
लिए
ख़तरा
हालांकि सुरक्षा परिषद के 15 सदस्यों में शामिल चीन ने प्रस्ताव में जैश ए मोहम्मद का नाम हटाने की मांग कर एक बार फिर पाकिस्तान का साथ दिया है। मगर, फ्रांस जल्द ही जैश-ए-मोहम्मद के सरगना अजहर मसूद को वैश्विक आतंकवादियों की सूची में शामिल कराने संबंधी प्रस्ताव लाने वाला है।
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तीसरा असर : भारत ने पानी रोका
मोदी सरकार के कद्दावर कैबिनेट मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि भारत से पाकिस्तान की ओर जाने वाले पानी को रोका जा रहा है। भारत इसका उपयोग कश्मीर और पंजाब के इलाकों में करेगा। इसके लिए जरूरी डैम बनाने की दिशा में काम शुरू किया जा रहा है। ऐसा होता है यह पाकिस्तान पर सबसे करारी चोट होगी। अब भारत सिंधु जल संधि की समीक्षा कर रहा है। अब तक पाकिस्तान कहता रहा था कि भारत में इतना दम नहीं है कि पाकिस्तान के हिस्से का पानी रोक दे।
चौथा और पांचवां असर : इम्पोर्ट ड्यूटी 200%, एमएफएन का दर्जा वापस
भारत ने व्यापारिक स्तर पर भी पाकिस्तान पर शिकंजा कसा है। भारत ने पाकिस्तान से आने वाले सामानों पर 200 फीसदी इम्पोर्ट ड्यूटी लगा दी है। इसका असर ये होगा कि पाकिस्तान से भारत आने वाली वस्तुओं पर अंकुश लगेगा। यह कदम भी पाकिस्तान के लिए बड़ा झटका है। इससे पहले पाकिस्तान से भारत मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा पहले ही छीन चुका है। इसके साथ ही व्यापार में पाकिस्तान को भारत से मिल रही रियायत और सहूलियत ख़त्म हो गयी है।
छठा और सातवां असर : अब्दुल गाज़ी और कामरान ढेर
भारत ने पुलवामा हमले के मास्टर माइंड अब्दुल गाज़ी रशीद को मार गिराया है। 100 घंटे के भीतर यह बदला भारत ले लिया। रशीद को खास तौर से अजहर मसूद ने कश्मीर में भेजा था। वह मसूद के दो भतीजों की मौत का बदला लेने का आया था। भारतीय सेना ने पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हमले के एक मास्टरमाइंड कामरान को भी मार गिराया। कामरान ने खास तौर पर पुलवामा हमले को डिजाइन किया था। उसी ने आत्मघाती कश्मीरी को तैयार किया और हमले को अंजाम दिया।
भारत की ओर से एक्शन जारी है। कूटनीतिक स्तर पर भी पाकिस्तान को अलग-थलग किया जा रहा है। भारत में इसमें सफल होता दिख रहा है। बोर्डर पर आतंकी ठिकाने गायब हैं। पाकिस्तान को सर्जिकल स्ट्राइक का डर भी सता रहा है। अजहर मसूद भी भूमिगत हो चुका है। भारत भी मौके की ताक में है कि पुख्ता खुफिया सूचना मिले और वह अजहर मसूद को ठिकाने लगाए। देखना ये है कि पुलवामा के शहीदों को श्रद्धांजलि देने में भारत कितना कामयाब रहता है। देखने वाली बात ये भी रहेगी कि क्या पाकिस्तान भविष्य में अपनी धरती का इस्तेमाल आतंक को बढ़ावा देने से रोकने जा रहा है?
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