
सुषमा स्वराज पर माइक पोम्पियो की टिप्पणी 'अपमानजनक', एस जयशंकर का पूर्व अमेरिकी विदेश मंत्री पर पलटवार

अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप की सरकार के दौरान वहां के विदेश मंत्री रहे माइक पोम्पियो ने पूर्व विदेश मंत्री और दिवंगत नेता सुषमा स्वराज को लेकर बहुत ही अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया है। दरअसल, पोम्पियों ने एक किताब लिखी है, जिसमें स्वराज के बारे में अनर्गल टिप्पणियां की गई हैं, जो उनकी गरिमापूर्ण शख्सियत के पूरी तरह उलट है। इसपर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पोम्पियो पर तीखा पलटवार किया है। हालांकि, पोम्पियो ने उसी किताब में जयशंकर और एनएसए अजित डोवाल की जमकर तारीफ भी की है। यही नहीं, उन्होंने पुलवामा हमले के बाद की परिस्थितियों को लेकर भी एक 'शिगूफा' छोड़ा है। लेकिन, विदेश मंत्री सुषमा पर की गई टिप्पणी से सख्त नाराज हैं और उन्होंने भारत की ओर से पूर्व अमेरिकी विदेश मंत्री को इसका एहसास करा दिया है।
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सुषमा पर पोम्पियो के बेसुरे बोल
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पूर्व अमेरिकी विदेश सचिव माइक पोम्पियो की सुषमा स्वराज को लेकर की गई एक टिप्पणी पर सख्त ऐतराज जताया है। पोम्पियो ने अपनी एक किताब में कहा है कि उन्होंने कभी भी सुषमा स्वराज को एक 'महत्वपूर्ण राजनीतिक खिलाड़ी' नहीं माना। जयशंकर ने इसे पूर्व विदेश मंत्री स्वराज का अपमान बताया है। पूर्व अमेरिकी विदेश मंत्री ने अपनी किताब 'नेवर गिव एन इंच: फाइटिंग फॉर द अमेरिका आई लव' में कुछ और भी विस्फोटक दावे किए हैं और कहा है कि 2019 में पुलवामा हमले के बाद भारत और पाकिस्तान परमाणु युद्ध के करीब पहुंच गए थे।

मेरी मूल समकक्ष महत्वपूर्ण खिलाड़ी नहीं थीं- पोम्पियो
पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक पोम्पियों ने अपनी किताब में जिस जगह अपने भारतीय समकक्षों की चर्चा की है, वहां जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवाल का भी जिक्र किया है। उसी जगह उन्होंने स्वराज की शख्सियत पर आक्षेप भी किया है। पोम्पियो ने लिखा है, 'भारत की तरफ से भारतीय विदेश नीति वाली टीम में मेरी मूल समकक्ष महत्वपूर्ण खिलाड़ी नहीं थीं। बल्कि मैंने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवाल के साथ बहुत ज्यादा करीब रहकर काम किया, जो कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नजदीकी और भरोसेमंद विश्वास पात्र हैं।'

जयशंकर की जमकर तारीफ की है
पोम्पियो ने सुषमा स्वराज की व्याख्या करते हुए उन्हें 'बेवकूफ' और 'हार्टलैंड पॉलिटिकल हैक' तक बता दिया है। जबकि, मौजूदा विदेश मंत्री एस जयशंकर के बारे में उन्होंने काफी तारीफ भरी बातें लिखी हैं। पूर्व अमेरिकी विदेश मंत्री लिखते हैं, 'मेरे दूसरे भारतीय समकक्ष सुब्रमण्यम जयशंकर थे। 2019 के मई में हमने 'जे' का स्वागत भारत के नए विदेश मंत्री के तौर पर किया। मैं बेहतर समकक्ष के लिए नहीं कह सकता था। मुझे यह व्यक्ति अच्छा लगता है। अंग्रेजी उन सात भाषाओं में से एक है, जो वे बोलते हैं और कुछ हद तक मुझसे वे इसमें अच्छे ही हैं।'

सुषमा जी के लिए अपमानजनक भाषा की निंदा करता हूं- विदेश मंत्री
लेकिन,सुषमा स्वराज के बारे में माइक पोम्पियो ने जो कुछ लिखा है, वह विदेश मंत्री एस जयशंकर को बिल्कुल ही नागरवार गुजरा है। उन्होंने प्रतिक्रया दी है, 'सेक्रेटरी पोम्पियो की पुस्तक में मैंने श्रीमती सुषमा स्वराज जी का जिक्र करते हुए एक अंश देखा है....मैंने उन्हें हमेशा बहुत ही सम्मान से देखा है और उनके साथ मेरे बहुत ही घनिष्ठ और मधुर संबंध थे। मैं उनके लिए इस्तेमाल की गई अपमानजनक भाषा की निंदा करता हूं।'
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ट्रंप के बेहद करीब रहे हैं पोम्पियो
पूर्व अमेरिकी विदेश सचिव पोम्पियो डोनाल्ड ट्रंप की सरकार में काफी प्रभावशाली भूमिका में थे और उनके बहुत ही भरोसेमंद थे। 2017 से लेकर 2018 तक ट्रंप ने उन्हें सीआईए डायरेक्टर बनाकर रखा था और 2018 से 2021 की शुरुआत तक उन्हें अमेरिका का विदेश मंत्री बनाकर रखा। पोम्पियो खुद को 2024 में अमेरिका के नए राष्ट्रपति के तौर पर उम्मीदवार बनने की भी संभावना देख रहे हैं। (तस्वीरें- फाइल)