Menstrual Hygiene Day 2021 : पीरियड्स के बारे में ये 5 मिथ और उसका सच, हर महिला को जरूर जानना चाहिए
Menstrual Hygiene Day: पीरियड्स के बारे में भारतीय मिथ और फैक्ट, हर महिला को जरूर जानना चाहिए
नई दिल्ली, 28 मई: दुनियाभर में आज मासिक धर्म स्वच्छता दिवस यानी मेंस्टुअल हाइजीन डे मनाया जा रहा है। ये दिन महिलाओं में पीरियड्स हाइजीन को लेकर जागरुकता पैदा करने के लिए मनाया जाता है। मेंस्टुअल हाइजीन डे मनाने की शुरुआत साल 2013 में वॉश (जल स्वच्छता एवं स्वास्थ्य रक्षा) द्वारा की गई थी। इस दिवस को पहली बार 28 मई 2014 में मनाया गया था। पीरियड्स एक महिला के शरीर की सबसे महत्वपूर्ण प्रक्रियाओं में से एक है। इसलिए, इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि महिलाएं अपने फर्स्ट पीरियड्स के विचार से घबरा जाती हैं। इसी बीच महिलाओं और लड़कियां हेल्दी और हाइजीन पीरियड्स की आवश्यकता पर ध्यान देना भूल जाती हैं। ऐसे में इस मेंस्टुअल हाइजीन डे हम आपको पीरियड्स से जुड़े कुछ भ्रामक मिथक और फैक्ट के बारे में बताते हैं, जिसको हर महिला को जानना चाहिए।
Recommended Video
Myth: पूजा करने या मंदिर में प्रवेश करने से प्रतिबंधित ?
Fact:
यह केवल एक सांस्कृतिक मान्यता है कि पीरियड्स के दौरान महिलाएं अशुद्ध या अपवित्र होती हैं। पीरियड्स यह एक जैविक प्रक्रिया है, इसका धार्मिक भावनाओं या स्वच्छता से कोई संबंध नहीं है।
Myth: अचार को छूने की अनुमति नहीं दी जाती है, क्योंकि वह खराब हो जाएगा ?
Fact:
कई महिलाएं पहले और अब भी पीरियड्स के दौरान कपड़े का उपयोग करती हैं, जो कि एक अनहेल्दी तरीका है। इससे आपके इंटीमेट एरिया और हाथों में सूक्ष्म जीवों का उत्पादन होता है, इसलिए अचार और रसोई की अन्य सामग्री को छूना इस दौरान अनहेल्दी माना जाता है। लेकिन अगर आप एक सैनिटरी पैड का उपयोग करती हैं, जो आफको करना ही चाहिए, जो आपको किचन में जाने और खाना पकाने से खुद को रोकने की कोई आवश्यकता नहीं है।
Myth: पीरियड्स के दौरान बिस्तर पर नहीं सोना चाहिए ?
Fact:
पहले जब महिलाएं सैनिटरी पैड की जगह कपड़ा का इस्तेमाल करती थीं तो तो उन्हें लीकेज की समस्या के कारण बिस्तर पर सोने से मना किया जाता था। हालाकि, अब जब कई महिलाएं अपने मासिक धर्म के दौरान स्वच्छ और सुरक्षित तरीकों का उपयोग करती हैं, तो उन्हें बिस्तर पर न सोने जैसे चीजों के पालन करने की कोई जरूरत नहीं है।
Myth: पीरियड्स के दौरान पौधों को ना छुएं, क्योंकि वह मर जाएंगे ?
Fact:
ऐसा बिल्कुल नहीं है, पीरियड्स के दौरान एक महिला नॉर्मल लाइफ जी सकती है और पौधों को छुने से वो मरेंगे नहीं। पीरियड्स के दौरान एक महिला को सबसे ज्यादा देखभार की जरूरत होती है।
ये भी पढ़ें- पीरियड्स की वजह से यहां अपने ही घर से निकाल दी जाती हैं महिलाएं
Myth: पीरियड्स के दौरान फिजिकल एक्टिविटी नहीं करनी चाहिए?
Fact:
ऐसा हर केस में हो, ये जरूरी नहीं है। पीरियड्स के दौरान फिजिकल एक्टिविटी या कसरत, योगा करने से दर्द से आराम मिलता है। कई महिलाओं की इस दौरान तबीयत ज्यादा खराब होती है, उन्हें आराम की सलाह दी जाती है।