महबूबा मुफ्ती बोलीं, देश ने कश्मीर को अकेला छोड़ दिया, देश के मुकुट की चमक कम हो गई है
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नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने मंगलवार को बड़ा बयान दिया है, उन्होंने कहा कि देश ने जम्मू कश्मीर को अकेला छोड़ दिया है। उन्होंने कहा कि अगर आप दुनिया को देखें तो हर जगह कोई ना कोई समस्या है, लेकिन समस्या यह है कि हमको हमारे मुल्क ने भी अकेला छोड़ दिया है। मुफ्ती ने यह बयान 64वें इंडियन ट्रैवेल कॉग्रेस के कार्यक्रम के दौरान दिया।
देश के मुकुट की चमक कम हुई
महबूबा मुफ्ती ने कहा कि कश्मीर में समस्याओं से निपटने के कई तरीके हैं लेकिन हम सिर्फ एक ही तरीका अपना रहे हैं। हम बंदूक से बंदूक लड़ा रहे हैं। लेकिन किसी ना किसी को उन घावों को भरने के बारे में सोचना होगा, यह सिर्फ हमारे देश के ही लोग करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि सेना के जवान अलगाववाद और उग्रवादियों से लड़ रहे हैं। कश्मीर की यही पहचान बन गई है, क्या आप इसीलिए कश्मीर आते हैं। जम्मू कश्मीर की विविधता की कोई तुलना नहीं है, हम देश के मानचित्र पर मुकुट हैं, लेकिन पिछले कुछ सालों में इस मुकुट की चमक कम हो गई है।
हम अकेले लोगों का घाव नहीं भर सकते
कश्मीर की समस्या के बारे में बोलते हुए महबूबा ने कहा कि कश्मीर के लोग इस समस्या को बंटवारे की वजह से झेल रहे हैं। आपको बता दें कि इस कार्यक्रम में 600 देश के अलग-अलग ट्रैवेल एजेंटस ने शिरकत की थी। यह लोग कश्मीर में इस कार्यक्रम के लिए पिछले तीन दिनों से हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि कश्मीर बुरे समय से गुजर रहा है , लेकिन अभी यह धरती का सबसे खुशमिजाज और महिलाओं के सबसे सुरक्षित प्रदेश है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार अकेले यहां के लोगों के घाव को नहीं भर सकती है।
टीवी चैनल्स को भी कोसा
मुख्यमंत्री ने कहा कि कश्मीर में आने वाले लोग यहां की मदद कर सकते हैं। लोग यहां बंदूक से मर रहे हैं, हमारी पुलिस, सेना के जवान, स्थानीय लड़के इस घाव को झेल रहे हैं। पिछले कुछ सालों में गर्मियों के दौरान यहां कई प्रदर्शन की वजह से पर्यटन का काफी नुकसान हुआ है। मुफ्ती ने उम्मीद जताई है कि ट्रैवेल कांग्रेस के आयोजन से यहां आने वाले पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी होगी। मुफ्ती ने टीवी चैनल्स की भी इस मौके पर काफी आलोचना की, उन्होंने कहा कि कोई एनकाउंटर कहीं दूर हो रहा होता है, लेकिन टीवी चैनल दिखाता है कि कश्मीर जल रहा है, यह जम्मू कश्मीर के पर्यटन को नुकसान पहुंचाता है और कश्मीर पर इसका असर पड़ता है।