पीएम से मायावती ने पूछा,आपकी सरकार में वायुसेना को एक भी राफेल आखिर क्यों नहीं मिला
नई दिल्ली। पुलवामा आतंकी हमले के बाद भारतीय वायुसेना ने जिस तरह से पाकिस्तान स्थित बालाकोट में जैश के आतंकी ठिकाने पर एयर स्ट्राइक की थी उसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि अगर हमारे पास आज राफेल होते तो सोचिए क्या हो सकता था। पीएम ने कहा कि अगर आज हमारे पास राफेल होता तो हमारे जवानों को कोई नुकसान नहीं पहुंचता और सीमापार बहुत नुकसान पहुंचता। पीएम मोदी के इस बयान पर विपक्ष लगातार उनपर हमलावर है। बसपा सुप्रीमो मायावती ने राफेल में हुई देरी को लेकर पीएम मोदी को घेरा है।

क्यों नहीं बेड़े में आया राफेल
मायावती ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पूछा कि बताइए आखिर आपके कार्यकाल में अभी तक एक भी राफेल क्यों नहीं आ पाया। मायावती ने ट्वीट करके लिखा है कि पाकिस्तान के खिलाफ लड़ाई में राफेल काफी अहम हो सकता था, प्रधानमंत्री मोदी ने एक रैली में यह दावा किया है। बावजूद इसके भारतीय वायुसेना के बेड़े में मोदी सरकार के कार्यकाल में एक भी राफेल आखिर क्यों नहीं शामिल हो सका। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार बताए कि आखिर क्यों उनसे शासनकाल में सुरक्षा को लेकर इतनी बड़ी चूक हुई। बता दें कि लड़ाकू एयरक्राफ्ट राफेल की पहली खेप सितंबर माह में आ सकती है।

भारत-पाक में तनाव
बता दें कि भारत और पाकिस्तान के बीच पिछले कुछ दिनों से तनाव काफी बढ़ गया है। जिस तरह से पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर फिदायीन हमला हुआ उसमे सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए। जिसके बाद भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के भीतर बालाकोट स्थित आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद के ठिकाने पर जमकर गोलाबारी की। वायुसेना की इस कार्रवाई में जैश के कई कमांडर और आतंकी ढेर हो गए थे। बता दें कि जैश ने खुद पुलवामा हमले की जिम्मेदारी ली थी।

अभिनंदन ने पाक को दिखाई जगह
भारतीय वायुसेना की कार्रवाई के बाद पाकिस्तान की वायुसेना ने भारत के एयरस्पेस का उल्लंघन करते हुए भारतीय रक्षा ठिकानों पर निशाना साधा, लेकिन चुस्त भारतीय वायुसेना ने इसका माकूल जवाब दिया। वायुसेना के विंग कमांडर अभिनंदन ने पाक के एफ-16 को मिग-21 से मार गिराया था। लेकिन दुर्भाग्यववश उनका एयरक्राफ्ट इस दौरान क्रैश कर गया और उन्हें पाक की जमीन पर पैराशूट से लैंड करना पड़ा जहां पाक की सेना ने उन्हें बंधक बना लिया। जिन्हें बाद में इमरान खान ने पीस जेस्चर के तहत रिहा करने का ऐलान किया था।
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