चालान से बचने के लिए युवक ने बैग को फाड़कर बनाया मास्क लेकिन फिर आगे क्या हुआ?
नई दिल्ली। कोरोना वायरस से बचाव के लिए सरकार और प्रशासन लगातार लोगों को हर संभव जागरूक करने की कोशिश कर रही है। लोगों से सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क पहनने की अपील की जा रही है। सरकार ने नियमों का पालन नहीं करने वालों के खिलाफ सजा का भी प्रावधान किया है, लेकिन बावजूद इसके लोग नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं और पकड़े जाने पर सजा से बचने के लिए अलग-अलग तरीके ढूंढ निकाल रहे हैं। दिल्ली में एक व्यक्ति ने मास्क नहीं पहनने की वजह से चालान से बचने के लिए ऐसा तरीका अपनाया जिसकी आप कल्पना भी नहीं कर सकते हैं।
थैला
फाड़कर
बनाया
मास्क
दिल्ली
के
सीमापुरी
इलाके
में
एक
व्यक्ति
हाथ
में
थैला
लेकर
बिना
मास्क
के
जा
रहा
था,
तभी
प्रशासन
की
टीम
मौके
पर
पहुंची
और
उसने
व्यक्ति
से
चालान
की
राशि
देने
को
कहा।
व्यक्ति
ने
अपनी
पैंट
की
दोनों
जेब
दिखाते
हुए
कहा
कि
उसके
पास
पैसा
नहीं
है,
उसके
सिर्फ
50
रुपए
है।
व्यक्ति
ने
कहा
कि
इस
50
रुपए
से
वो
या
तो
सब्जी
खरीद
सकता
है
या
फिर
जुर्माना
भर
सकता
है।
लेकिन
जब
बावजूद
इसके
टीम
ने
व्यक्ति
को
जाने
नहीं
दिया
तो
व्यक्ति
ने
अपना
थैला
फाड़ा
और
उसे
मुंह
से
बांध
लिया।
प्रशासन
सख्त
जिस
तरह
से
लोग
नियमों
का
उल्लंघन
कर
रहे
हैं,
उसे
देखते
हुए
डीएम
ने
चालान
काटने
का
लक्ष्य
दिया
है,
लेकिन
चालान
का
लक्ष्य
पूरा
नहीं
हो
पाने
की
वजह
से
जिलाधिकारी
संजीव
कुमार
ने
जिले
के
तीनों
ही
एसडीएम
को
नोटिस
जारी
करते
हुए
नाराजगी
जाहिर
की
है।
उन्होंने
एसडीएम
को
सख्त
हिदायत
दी
है
कि
नियमों
का
उल्लंघन
करने
वालों
पर
सख्त
कार्रवाई
की
जाए
और
दिन
में
150
लोगों
का
चालान
किया
जाए,
इससे
कम
चालान
को
स्वीकार
नहीं
किया
जाएगा।
लोगों
में
नाराजगी
वहीं
प्रशासन
के
रवैये
पर
स्थानीय
लोगों
ने
नाराजगी
जाहिर
की
है।
लोगों
का
कहना
है
कि
सिविल
डिफेंस
के
वालंटियर
नाक
के
नीचे
मास्क
होने
पर
भी
चालान
काट
रहे
हैं।
ये
लोग
चालान
का
लक्ष्य
पूरा
करने
के
लिए
किसी
का
भी
चालान
कर
रहे
हैं।
लोगों
की
जेबें
खाली
की
जा
रही
हैं।
वहीं
प्रशासन
नियमों
का
उल्लंघन
करने
वालों
के
खिलाफ
सख्त
कार्रवाई
के
मूड
में
है
और
किसी
भी
तरह
की
नरमी
नहीं
बरतना
चाहता
है।
सीलमपुर
सब
डिवीजन
की
टीम
ने
नियमों
का
उल्लंघन
करने
वालों
के
खिलाफ
शास्त्री
पार्क
के
पास
गैस
एजेंसी
पर
कई
लोगों
का
चालान
काटा।
लेकिन
नाराज
लोगों
ने
चालान
की
कॉपी
फाड़
दी
और
टीम
के
सदस्यों
को
धमकी
दी,
जिसके
बाद
मौके
पर
पुलिस
की
टीम
पहुंची
और
गैस
एजेंसी
के
इंचार्ज
बाबूराम
व
हेल्पर
राम
आसरे
को
गिरफ्तार
कर
उन्हें
जेल
भेज
दिया।