ममता बनर्जी ने केंद्र की कोविड-19 टीम पर उठाए सवाल, कहा- तैनाती की वजह बताए केंद्र
कोलकाता। कोरोना के खिलाफ लड़ाई के लिए केंद्र सरकार ने सोमवार को चार राज्यों पर विशेष निगरानी के लिए कुछ राज्यों में इंटर मिनिस्ट्रियल सेंट्रल टीम का गठन किया है, जिसपर बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सवाल उठाया है। ममता बनर्जी ने कहा कि, हम कोरोना संकट को लेकर केंद्र के सभी रचनात्मक सुझावों और समर्थ की सराहना करते हैं। उन्होंने केंद्र सरकार के इस फैसले को फेडरलिज्म के लिए खतरा बताया है।
टीम के गठन के ऐलान के बाद सोमवार को सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि, कोरोना वायरस संकट के बीच विशेष रूप से केंद्र सरकार द्वारा दिए गए सभी रचनात्मक समर्थनों और सुझावों का हम स्वागत करते हैं। हालांकि, जिस आधार पर केंद्र आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 के तहत पूरे भारत सहित पश्चिम बंगाल में कुछ चुनिंदा जिलों में इंटर मिनिस्ट्रियल सेंट्रल टीम की तैनाती का प्रस्ताव ला रही है, वह स्पष्ट नहीं है।
ममता बनर्जी ने पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह से अपील कर कहा कि, मैं माननीय पीएम नरेंद्र मोदी जी और गृह मंत्री अमित शाह जी से इसके लिए निर्धारित की गई कसौटी को साझा करने का आग्रह करती हूं। मुझे डर है कि हम बिना सही कारण के इस पर आगे नहीं बढ़ पाएंगे क्योंकि यह संघवाद की भावना के अनुरूप नहीं है। बता दें कि लॉकडाउन में ढील बरतने पर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने भी राज्य के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को भेजे दो-दो पत्रों में राज्य में लॉकडाउन में ढिलाई पर गहरी चिंता जताते हुए इसे सख़्ती से लागू करने का निर्देश दिया था।
केंद्र सरकार ने मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान और पश्चिम बंगाल के कुछ स्थानों में कोविड-19 संबंधी हालातों का जायजा लेने के लिए 6 अंतर-मंत्रालयी केंद्रीय टीमें (आईएमसीटी) गठित की है। आईएमसीटी बंद के नियमों के अनुसार दिशा-निर्देशों के पालन एवं क्रियान्वयन, आवश्यक वस्तुओं की आपर्ति, सामाजिक दूरी, स्वास्थ्य संबंधी बुनियादी ढांचे की तैयारी, स्वास्थ्यकर्मियों की सुरक्षा और श्रमिकों एवं गरीबों के लिए स्थापित राहत शिविरों में हालात पर गौर करेंगी।
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