महापरिनिर्वाण दिवस आज: PM मोदी ने बाबा साहेब को किया याद, जानिए संविधान के जनक के बारे में खास बाते
महापरिनिर्वाण दिवस आज: PM मोदी ने बाबा साहेब को किया याद, जानिए संविधान के जनक के बारे में खास बाते
Mahaparinirvan Diwas 2020: डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर का पूरा नाम डॉ. भीमराव रामजी आंबेडकर (Dr. Bhimrao Ramji Ambedkar) था। बाबासाहेब आंबेडकर की आज 6 दिसंबर को हर साल पुण्यतिथि मनाई जाती है। जिसे हम महापरिनिर्वाण दिवस (Mahaparinirvan Diwas) के नाम से भी जानते हैं। बाबासाहेब आंबेडकर की आज 64वीं पुण्यतिथि है। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित तमाम नेताओं ने महापरिनिर्वाण दिवस पर डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर को याद किया है। डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर को संविधान के निर्माता के तौर पर जाना जाता है।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महापरिनिर्वाण दिवस पर बाबासाहेब आंबेडकर को याद करते हुए लिखा, "उनके विचार और आदर्श भारत के लाखों लोगों को ताकत देते रहते हैं। हम राष्ट्र के लिए उनके सपनों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।"
वहीं गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, ''एक भविष्योन्मुखी व सर्वसमावेशी संविधान देकर देश में प्रगति, समृद्धि और समानता का मार्ग प्रशस्त करने वाले बाबासाहेब के महापरिनिर्वाण दिवस पर उन्हें कोटि-कोटि नमन।''
जानें बाबासाहेब आंबेडकर के बारे में खास बातें?
- बाबासाहेब आंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल 1891 को भारत प्रांत (वर्तमान मध्य प्रदेश) में स्थित महू नगर सैन्य छावनी में हुआ था। इनके पिता का नाम रामजी मालोजी सकपाल था और मां का नाम भीमाबाई था।
- बाबासाहेब आंबेडकर ने मुंबई विश्वविद्यालय से BA और कोलंबिया विश्वविद्यालय MA और PHD, LLD और लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से MMC की।
-बाबासाहेब आंबेडकर का रियल सरनेम अंबावडेकर था। लेकिन बाबासाहेब आंबेडकर के गुरु महादेव अम्बेडकर ने अपने स्नेह की वजह से स्कूल रिकार्ड्स में उनका नाम अंबावडेकर से अम्बेडकर कर दिया था।
- बाबासाहेब आंबेडकर पहले ऐसे भारतीय थे, जिन्होंने विदेश जाकर अर्थशास्त्र में डॉक्टरेट डिग्री ली थी।
-बाबासाहेब आंबेडकर को भारतीय तिरंगे में अशोक च्रक को देने का श्रेय जाता है।
-अर्थशास्त्री प्रो. अमर्त्य सेन, डॉ. आंबेडकर को अर्थशास्त्र में अपना गुरु मानते थे। अमर्त्य सेन को अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार मिला है।
- बाबासाहेब आंबेडकर ने 8 लाख से ज्यादा लोगों के साथ बौद्ध धर्म में दीक्षा ली थी, जो एक ऐतिहासिक क्षण था...क्योंकि ये विश्व का सबसे बड़ा धर्मांतरण था।
- बाबासाहेब को बौद्ध धर्म की दीक्षा देनेवाले महान बौद्ध भिक्षु महंत वीर चंद्रमणी ने उन्हें ''आधुनिक बुद्ध'' कहा था।
- बाबासाहेब आंबेडकर एक ऐसे नेता हैं, जिनके ऊपर विश्व में सबसे अधिक गाने और किताबें लिखी गई हैं। इनका निधन 6 दिसंबर1956 को हुआ था।