सपा-बसपा के साथ आने पर बोले कमलनाथ, देशभर में हों ऐसे गठबंधन
नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सपा और बसपा के आगामी लोकसभा चुनाव साथ लड़ने के फैसला का स्वागत किया है। कमलनाथ ने कहा, इस तरह के गठबंधन की आज उत्तर प्रदेश ही नहीं देशभर में जरूरत है। 2014 में भाजपा को 31 फीसदी वोट मिला और उन्होंने इसे पूरे देश का मत कह दिया, ये सब वोट बंटवारे की वजह से हुआ। बता दें कि अखिलेश यादव और मायावती ने शनिवार को आधिकारिक तौर पर ऐलान किया है कि 2019 का चुनाव वो गठबंधन में लड़ेंगे।
माया-अखिलेश ने कांग्रेस को नहीं रखा साथ
मायावती और अखिलेश यादव ने कांग्रेस को गठबंधन में शामिल नहीं किया है। कांग्रेस को गठबंधन में ना रखने पर मायावती ने कहा कि देश में कांग्रेस ने लंबे समय तक शासन किया। इन्होंने अपने शासन में खूब घोटाले किए और लोग उनसे परेशान रहे। मायावती ने कहा कि हमारा ये अनुभव रहा है कि कांग्रेस का वोट हमें नहीं मिलता वो भाजपा को मिल जाता है या अंदर ही अंदर भाजपा को वोट ट्रांसफर कर दिया जाता है। जबकि हमारे वोट कांग्रेस को जाते हैं। ऐसे में फायदे के बजाय हमें नुकसान हो जाता है।
महागठबंधन में ना होने पर भी अखिलेश और मायावती ने कांग्रेस के लिए क्यों छोड़ी ये दो सीटें
38-38 सीटों पर प्रत्याशी उतारेंगी सपा-बसपा
सीट बंटवारे के बारे में जानकारी देते हुए बसपा अध्यक्ष मायावती ने बताया है, यूपी की 80 लोकसभा सीटों में से सपा और बसपा 38-38 सीटों पर चुनाव लड़ेंगी। दो सीटों को अभी होल्ड पर रखा गया है, जिनके बारे में बहुत जल्द फैसला ले लिया जाएगा। सीट बंटवारे का फैसला 4 जनवरी को दिल्ली में हुई अखिलेश यादव के साथ हुई बैठक में लिया गया था। इसके अलावा यूपी की अमेठी और रायबरेली सीटों को बिना किसी गठबंधन के ही कांग्रेस के लिए छोड़ा गया है। इन दोनों सीटों पर महागठबंधन की ओर से कोई प्रत्याशी नहीं उतारा जाएगा।
यूपी में 38-38 सीटों पर चुनाव लड़ेंगी सपा-बसपा, कांग्रेस के लिए जगह नहीं
अखिलेश ने कहा, मायावती का अपमान मेरा अपमान है
प्रेस कॉन्फ्रेंस में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा, भाजपा की सरकार आज धर्म के नाम पर, जाति के नाम पर देश में अलगाव का बीज बो रही है। मुझे वो दिन याद है, जब भाजपा के नेताओं ने मायावती के खिलाफ अशोभनीय शब्दों का इस्तेमाल किया और भाजपा ने उन नेताओं को बड़े-बड़े मंत्रालय सौंप दिए। मैं आज कहना चाहता हूं कि समाजवादी पार्टी बीएसपी की आभारी है कि उसने हमें समान सम्मान दिया, जबकि हमने कहा था कि अगर गठबंधन के लिए हमें 2-4 कदम पीछे हटना पड़ा तो हम उसके लिए भी तैयार हैं। हम इस सम्मान के लिए आभारी हैं और मैं समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं से कहना चाहता हूं कि वो बहन मायावती को मुझसे ज्यादा सम्मान दें। उनका अपमान किसी और का नहीं, बल्कि मेरा अपमान होगा।