लालू यादव की तरह मिमिक्री करने वाला उनका प्रवक्ता
नई दिल्ली(विवेक शुक्ला) आप लालू यादव से उम्मीद करते हैं कि वे किसी गंभीर शख्स को अपनी पार्टी का प्रवक्ता बनाएंगे। पर उन्होंने तो अपनी तरह के शख्स को राजद का प्रवक्ता बनाया हुआ है। वे अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू की तरह हँसोड़ और मिमिक्री करने में उस्ताद हैं।
इतना अज्ञानी
मनोज झा नाम के उनके एक प्रवक्ता ने एनडीटीवी प्राइम टाइम में कहा कि वे बिहार स्कूल बोर्ड में ही पढ़े हैं और उन्हें अभी पिछले दिनों पता चला कि कवि रामधारी सिंह दिनकर का जन्म भूमिहार जाति में हुआ था।
वरिष्ठ लेखक शंभूनाथ शुक्ल कहते हैं कि अब इसे उनका अल्पज्ञान समझा जाए या हँसोड़ प्रवृत्ति कि बिहार स्कूल में पढ़े होने के बावजूद उन्हें दिनकर की जाति तक नहीं पता है जबकि यूपी में जो जीवन परिचय पढ़ाया जाता था उसमें साफ लिखा था कि कवि रामधारी सिंह दिनकर का जन्म 23 सितंबर 1908 को बिहार में मुंगेर जिले के सिमरिया नामक गांव में एक भूमिहार परिवार में हुआ था।
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जातिवाद का फन
जबकि यूपी में जातिवाद का फन उतना कभी नहीं फैला जितना कि बिहार में। जहां लोगों को राजेंद्र प्रसाद, जेपी, कुमार प्रशांत तक की जाति पता है जिन्होंने कभी सरनेम नहीं लगाया। मनोज झा पता नहीं कहां से पढ़कर आए हैं पर इतना तो तय है कि झूठ बोलने में वे अपने आका से दो कदम आगे हैं।
हालांकि वरिष्ठ पत्रकार प्रमोद तिवारी कहते हैं कि यूपी बोर्ड में हमारे पाठ्यक्रम में भी दिनकर पर पाठ था। हो सकता है उसमें दिनकर की जाति का उल्लेख रहा हो, याद नहीं।लेकिन सच्चाई यही है कि दिनकर की जाति का प्रचार करने का श्रेय भाजपा को ही है।
हमें कभी जरूरत नहीं पड़ी ये जानने की कि वो किस जाति के थे, हम तो उनके राष्ट्रकवि होने को ही गौरव मानते रहें हैं। बहरहाल, जिस पार्टी का अध्यक्ष हसोड़ होगा, उसके प्रवक्ता से आप क्या उम्मीद कर सकते हैं।