जानिए बिहार की राजनीति में भूचाल लाने वाले अर्जित शाश्वत कौन हैं
बिहार स्थित भागलपुर में दंगे के दौरान दंगा भड़काने के आरोपी केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के बेटे अर्जित शाश्वत के एजुकेशन की बात करें तो अर्जित शारश्नत ने बीआईटी मेसरा से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है साथ ही उन्होंने एमबीए भी किया है
नई दिल्ली। बिहार के भागलपुर के नाथनगर हिंसा मामले में आरोपी बनाए गए अर्जित शाश्वत को भागलपुर कोर्ट में पेश किया गया जहां से कोर्ट ने उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। गिरफ्तारी के बाद अर्जित शाश्वत ने एक बार फिर सफाई दी है। शाश्वत का कहना है कि उनके खिलाफ साजिश के तहत सभी झूठे आरोप लगाए गए हैं। गिरफ्तारी के वक्त अर्जित के समर्थकों ने 'जय श्रीराम' के नारे लगाए। वहीं गिरफ्तारी के बाद सांसद पिता से मिलने वाली मदद को लेकर सवाल के जवाब में अर्जित शाश्वत ने कहा, 'वो मुझे क्यों नहीं बचाएंगे, पिता का काम होता है कि सही काम में बच्चे का साथ देना। अगर मैं गलत होता, तो मेरे पिता कभी सामने नहीं आते।' हम आपको बताते हैं जिस अर्जित शाश्वत को लेकर पूरे बिहार की राजनीति गर्म है आखिर वो कौन हैं।
भागलपुर शहरी सीट से लड़ चुके हैं चुनाव
पूरे बिहार की राजनीति में भूचाल लाने वाले अर्जित शाश्वत केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के बेटे हैं और काफी समय से बीजेपी से जुड़े हुए है। अर्जित का नाता संघ से भी है। 2015 में हुए बिहार विधानसभा चुनाव में अर्जित ने भागलपुर शहरी सीट से भाजपा की टिकट पर किस्मत आजमाया था लेकिन हार का सामना करना पड़ा। जबकि उनके पिता अश्विनी चौबे लगातार पांच दफा भागलपुर सीट से जीते थे। बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान अर्जित को बीजेपी का टिकट देने को लेकर पार्टी के अंदर भी विरोध हुआ था।
बीआईटी मेसरा से इंजीनियरिंग की है
बिहार स्थित भागलपुर में दंगे के दौरान दंगा भड़काने के आरोपी केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के बेटे अर्जित शाश्वत के एजुकेशन की बात करें तो अर्जित शारश्नत ने बीआईटी मेसरा से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है साथ ही उन्होंने एमबीए भी किया है। राजनीति में आने से पहले अर्जित ऑस्ट्रेलिया में नौकरी करते थे। अर्जित बिहार की राजनीति में काफी दिनो से एक्टिव हैं। लोकसभा चुनाव 2014 के दौरान अपने पिता के प्रचार की कमान अर्जित ने अपने ही हाथों में रखी थी।
17 मार्च को भागलपुर में शोभायात्रा निकाली गई थी
बता दें कि भागलपुर में 17 मार्च को नाथनगर में दो पक्षों के बीच हुआ विवाद हुआ था। इसमें अर्जित पर एफआईआर दर्ज की गई थी। मामले में अर्जित के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी हो गया है। मंत्री अश्विनी चौबे ने अपने बेटे को बेकसूर बताया था। 17 मार्च को भागलपुर में शोभायात्रा निकाली गई थी। इसी दौरान हिंसा हुई थी। इस मामले में केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के बेटे अर्जित हिंसा भड़काने के आरोपी हैं। ये यात्रा प्रशासन की अनुमति के बिना निकाली गई थी। पिता से पहले अरिजीत बिहार के सीएम को खुली चुनौती दे चुके हैं।
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