4 ट्रांजेक्शन के बाद जन धन खाते को फ्रीज कर रहे हैं बैंक, नहीं कर पाएंगे कोई लेन-देन
नई दिल्ली। पिछले कुछ दिनों ने लोगों को जीरो बैलेंस पर अकाउंट खोलने के खूब ऑफर्स मिल रहे हैं। आपके फोन पर कई बार ऐसे मैसेज आए होंगे। RBI ने भी जीरो बैंलेंस, जीरो चार्ज वाले अकाउंट खुलवाने के लिए लोगों को खूब प्रेरित किया, लेकिन अब इन जीरो बैलेंस वाले अकाउंट में बैंक छेड़खानी कर रहे हैं। न केवल जीरो बैलेंस वाले अकाउंट बल्कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जीरो बैलेंस वाले जन धन खातों के साथ भी बैंक ट्रांजेक्शन फ्रीज कर रहे हैं।
फ्रीज किए जा रहे हैं जन धन खाते
जीरो बैंलेंस खाते को लेकर सनसनीखेज रिपोर्ट सामने आई है। रिपोर्ट के मुताबिक बेसिक सेविंग बैंक डिपॉजिट अकाउंट को बैंक फ्रीज कर रहे हैं। आपको बता दें कि बेसिक सेविंग बैंक डिपॉजिट अकाउंट में प्रधानमंत्री जन धन योजना अकाउंट भी शामिल हैं, बैंक उसे अचानक फ्रीज कर रहे हैं। बैंक उसे रेग्युलर कर रहे हैं। रिपोर्ट के मुताबिक बैंक जीरो बैलेंस वाले खातों को 4 ट्रांजैक्शन पूरा होने के बाद फ्रीज कर रहे हैं।
जीरो बैलेंस खाते के साथ बैंकों का खेल
बैंकिंग नियम के मुताबिक बेसिक सेविंग बैंक डिपॉजिट अकाउंट से महीने में 4 ट्रांजेक्शन फ्री में किया जा सकता है, जिसपर बैंक कोई चार्ज नहीं लगाएगा। उसके बाद पैसे निकालने पर चार्ज लगना होता है। लेकिन बैंक इन खातों के 4 ट्रांजेक्शन पूरे होने के बाद उसे फ्रीज कर रहे हैं। वहीं कई ऐसे बैंक भी हैं, जो फ्री ट्रांजेक्शन पूरा होने के बाद उसे रेग्युलर अकाउंट में बदल देते हैं। आईआईटी मुंबई की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि कैसे बैंक इन खातों को फ्रीज कर रहे हैं। रिपोर्ट के मुताबिक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, एक्सिस बैंक खाता फ्रीज कर देते हैं, जबकि एचडीएफसी और सिटी बैंक उन्हें रेग्युलर बैंक अकाउंट में बदल देते हैं।
रेग्युलर खाता होने पर नुकसान
रिपोर्ट के मुताबिक एचडीएफसी और सिटी बैंक फ्री ट्रांजैक्शन पूरा होने के बाद बेसिक सेविंग बैंक डिपॉजिट अकाउंट को रेग्युलर खातों में बदल देते हैं, जिसकी वजह से उन अकाउंट में मिनिमम बैलेंस रखना अनिवार्य हो जाता है। मिनिमम बैलेंस नहीं होने पर आपको बाकी के अकाउंट होल्डर्स की तरह पेनल्टी भरना होगा। जबकि जन धन खातों को मिनिमम बैलेंस से मुक्त रखा गया है।
बदल रहे हैं फ्री ट्रांजेक्शन की परिभाषा
कुछ बैंक फ्री ट्रांजेक्शन की परिभाषा को ही बदल देते हैं। बैंक फ्री ट्रांजैक्शन में सिर्फ एटीएम से निकाले गए पैसों के बजाए आरटीजीएस, एनईएफटी, ब्रांच विद्ड्रॉल, ईएमआई को भी शामिल कर रहे हैं। ऐसे में इन में से किसी भी ट्रांजेक्शन को फ्री ट्रांजैक्शन में गिनने के बाद अकाउंट को फ्रीज कर दिया जाता है, जिसकी वजह से लोगों को मुश्किल हो रही है।