केंद्रीय उर्जा मंत्री आरके सिंह बोले- कोयला संकट के लिए राजस्थान और झारखंड खुद जिम्मेदार
कोयला संकट के लिए राजस्थान और झारखंड खुद जिम्मेदार: केंद्रीय उर्जा मंत्री
नई दिल्ली, 9 मई: राजस्थान और झारखंड में कोयला संकट को लेकर केंद्रीय उर्जा मंत्री आरके सिंह का बयान आया है। उन्होंने माना है कि दोनों राज्यों में संकट है लेकिन इसके लिए उन्होंने राजस्थान और झारखंड की सरकर को ही जिम्मेदार कहा है। सोमवार को आरके सिंह ने कहा कि राजस्थान-झारखंड आज जिस कोयला संकट के दौर से गुजर रहा है, वो उनका खुद का पैदा किया हुआ है।
केंद्रीय ऊर्जा मंत्री ने कहा, राजस्थान को कैप्टिव कोयला खदानें दी गई हैं। खनन में जो भी दिक्कतें आई हैं, वो उनकी वजह से ही हैं। राजस्थान की तरह झारखंड ने भी ही ये मुश्किल खड़ी की है। हमारे कोयला मंत्री को इस मुद्दे को सुलझाने के लिए कई बार वहां जाना पड़ा। उन पर डीवीसी का हजारों करोड़ का कर्ज है। बिजली मुफ्त नहीं है, अगर आप उन्हें भुगतान नहीं करेंगे तो वे आपको कैसे देंगे? हमने राज्यों को कई लाख टन कोयला आवंटित किया है। वे इसे नहीं उठा रहे हैं तो फिर इसमें गलती किसकी है?
राजस्थान और झारखंड में दिख रहा संकट
झारखंड और राजस्थान कोयले की कमी का सामना कर रहे हैं, जिससे यहां बिजली की कमी हो रही है। राजस्थान विद्युत उत्पादन निगम की प्रदेश में कुल 23 उत्पादन इकाइयां हैं लेकिन फिलहाल 18 इकाइयों में बिजली का उत्पादन हो रहा है। बताया गया है कि इन उत्पादन इकाइयों में चार से पांच दिन का कोयला बचा हुआ है। आम हालत में इनके पास 25 दिन का कोयला स्टॉक में रहता है।
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