यौन शोषण का मामलाः कुलपति ने कहा मुझे छात्रों से जान का खतरा था
पश्चिम बंगाल। जाधवपुर विश्विद्यालय के कुलपति ने छात्रों की कैद से छूटने के बाद कहा है कि उन्हें जान का खतरा था। कुलपति को छात्रों ने अपनी मांगें न मानने के चलते बंदी बना लिया था। छात्रों के चंगुल से छूटकर आए कुलपति अभिजीत चक्रवर्ती ने मीडिया में कहा है कि उन्हें मारा जा सकता था।
पुलिस की कार्रवाई के दौरान छात्रों और पुलिस के जवानों के बीच काफी देर तक संघर्ष की स्थिति बनी रही। इस दौरान हुई झड़प में छात्रों या जवानों में कोई हताहत नहीं हुआ है।
दरअसल, जाधवपुर विश्वविद्यालय के कुलपति अभिजीत चक्रवर्ती को छात्रों के गुटों में बंदी बना लिया था। मुद्दा एक छात्रा के साथ यौन उत्पीड़ के केस मेें कार्रवाई के लिए कदम उठाने को लेकर था। छात्रों का गुट छात्रा के साथ हुए कथित यौन उत्पीड़ के केस में जांच करने के लिए नई समिति के गठन की मांग कर रहा था। हालांकि अभी खबर है कि कुलपति को छुड़ा लिया गया है।