अमेरिकी रक्षा मंत्री जिम मटीज और भारत की रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण के बीच होगी डायरेक्ट हॉटलाइन
नई दिल्ली। भारत और अमेरिका के रक्षा मंत्री, निर्मला सीतारमण और जिम मटीज जल्द ही हॉटलाइन पर एक दूसरे से संपर्क कर सकेंगे। दोनों नेताओं के बीच वैश्विक सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर रियल टाइम कम्यूनिकेशन और सेनाओं के बीच आपसी सहयोग बढ़ाने के मकसद से यह फैसला लिया गया है। इस मामले से अवगत सरकार के सूत्रों की ओर से यह जानकारी दी गई है। इंग्लिश डेली हिन्दुस्तान टाइम्स की ओर से बताया गया है कि इससे जुड़ी घोषणा छह सितंबर को होने की उम्मीद है।
दोनों देशों के बीच बढ़ेगा आपसी संपर्क
रक्षा मंत्रालय के सूत्रों की ओर से बताया गया है कि भारत इस बात पर रजामंद हो गया है कि दोनों देशों के रक्षा मंत्रियों के बीच एक पूरी तरह से समर्पित हॉटलाइन की सख्त जरूरत है। इस हॉटलाइन को शुरू करने का मकसद नौकरशाही से जुड़ी लाल फीताशाही को खत्म करने के साथ ही द्विपक्षीय और बहुपक्षीय संबंधों की अहमियत से जुड़े मुद्दों पर लगातार बातचीत को बढ़ावा देना है। ऐसे समय में जब दोनों देश इंडो-पैसेफिक क्षेत्र और पश्चिम एशिया में होने वाले घटनाक्रमों में रुचि रखते हैं तो माना जा रहा है कि हॉटलाइन दोनों बड़े रक्षा साझीदारों के बीच प्रभावी प्रतिक्रिया को आगे बढ़ा सकेगी।
साल 2008 में दिया गया था पहला प्रस्ताव
इस तरह की हॉटलाइन के बीच पहली बार प्रस्ताव अमेरिका की ओर से साल 2008 में दिया गया था। लेकिन उस समय अमेरिका के इस प्रस्ताव को नजरअंदाज कर दिया गया था। साल 2015 में जब तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा भारत की यात्रा पर आए थे तो उस समय दोनों देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) के बीच हॉटलाइन शुरू की गई थी। वर्तमान समय में अमेरिका के एनएसए जॉन बोल्टन और भारत के एनएसए अजित डोवाल के बीच डायरेक्ट हॉटलाइन की सुविधा उपलब्ध है। छह सितंबर को भारत और अमेरिका के बीच पहला 2+2 डायलॉग होना है। इस डायलॉग में हिस्सा लेने के लिए अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोंपेया और रक्षा मंत्री जिम मटीज भारत आएंगे। दोनों नेता यहां पर अपने भारतीय समकक्षों सुषमा स्वराज और निर्मला सीतारमण से मुलाकात करेंगे।