घाटी में कोई हथियार उठाकर नुकसान पहुंचाता है, तो हम वही करेंगे जो हम कर रहे हैं -सेना
घाटी में कोई हथियार उठाकर नुकसान पहुंचाता है, तो हम वही करेंगे जो हम कर रहे हैं -सेना
श्रीनगर। जम्मू कश्मीर में सेना लगातार आतंकियों के छक्के छुड़ा रही हैं। भारतीय सेना घाटी में आतंकियों का सफाया करने में जुटी हुई हैं इस बीच जम्मू कश्मीर में सुरक्षबलों के हाथ बड़ी कामयाबी लगी है, यहां पर पिछले 24 घंटों के दो ऑपरेशन में हमारी सेना ने 8 आतंकवादी मार गिराए। ये जानकारी GOC 15 कॉर्प्स लेफ्टिनेंट जनरल बग्गावल्ली सोमशेखर राजू ने जम्मू-कश्मीर के पंपोर के मिज एंड शोपियां के मुंड में मुठभेड़ों पर ब्रीफिंग देते हुए दी। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि घाटी में अगर कोई हथियार उठाकर लोगों को नुकसान पहुंचाता है, तो हम वही करेंगे जो हम कर रहे हैं।
GOC 15 कॉर्प्स लेफ्टिनेंट जनरल बग्गावल्ली सोमशेखर राजू ने मीडिया ब्रीफिंग में उन्होंने बताया कि हमने दो अलग-अलग अभियानों में आठ आतंकवादियों को मार गिराया है। मस्जिद के साथ में जहां हमने 3आतंकवादी मारे, वहां सुरक्षा बलों ने ये सुनिश्चित किया कि मस्जिद को कोई नुकसान न हो। हर ऑपरेशन के साथ हम शांति के रास्ते पर आगे बढ़ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि मैं कश्मीर के 'आवाम' की सराहना करता हूं क्योंकि वे शांति में विश्वास करते हैं और यह उनका विश्वास है जो इन सफल अभियानों के लिए अग्रणी हैं और मुझे यकीन है कि अगले कुछ महीनों के अंत में वे इस प्रक्रिया को आगे ले जा सकेंगे और सुनिश्चित करें कि सामान्य स्थिति में लाया जाता है। उन्होंने कहा कि आतंकवादी तंज़ीमों की श्रेणी में नामांकित 49 नई भर्तियों में से 27 को हमने मार गिराया है। उन्होंने कहा कि इन नवजवान लड़कों को मारना हमें नहीं भाता, लेकिन अगर कोई हथियार उठाता है और दूसरों को नुकसान पहुंचाता है, तो हम वही करेंगे जो हम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जहां तक लद्दाख के मुद्दे की बात है, तो वहां के संचालन की देखरेख 14 कोर करती है। स्थिति, जहाँ तक मैं जानता हूँ, नियंत्रण में है और जो कुछ भी आवश्यक है, उस क्षेत्र में उन बलों द्वारा किया जाना आवश्यक है, जो अपना काम करने में सक्षम हैं।
वहीं जम्मू कश्मीर पुलिस के डीजीपी दिलबाग सिंह ने बताया कि पिछले करीब साढ़े 5 महीनों के दौरान 100 से ज़्यादा आतंकवादी मारे गए हैं। उनमें से 50 से ज़्यादा हिजबुल मुजाहिदीन से थे, 20 के करीब लश्कर-ए-तैयबा, 20 जैश-ए-मोहम्मद और बाकी के छोटे संगठनों से थे। आतंकियों की नई भर्ती में काफी कमी आई है। और ये कमी सिविल सोसाइटी, माता-पिता और पुलिस के संयुक्त प्रयासों से आई है। उन्होंने कहा कि मैं हमारे युवाओं की भी तारीफ करना चाहता हूं, जो पाकिस्तान और उसकी एजेंसियों के आतंक के कारोबार को एजेंसियों के गेम प्लान के माध्यम से देखना शुरू कर दिया है, जो यहां हिंसा और विनाश का कारण बन रहे हैं। मालूम हो कि आज शुक्रवार की सुबह अवंतीपोरा के पंपोर इलाके में मिज गांव में मस्जिद में छुपे 2 आतंकवादियों को मार गिराया। भारतीय सेना की माने तो कुल 3 आतंकवादी मारे गए। बिना किसी क्षति के ऑपरेशन किया गया।
जम्मू
कश्मीर
के
शोपियां-अवंतिपोरा
में
में
सेना
ने
8
आतंकियों
को
किया
ढेर,
ऑपरेशन
जारी