हैदराबाद डॉक्टर मर्डर: चिलकुर बालाजी मंदिर के पुजारी ने उठाई मांग, बलात्कारियों को करें 'बधिया'
चिलकुर बालाजी मंदिर के पुजारी सीएस रंगराजन ने हैदराबाद में महिला डॉक्टर के साथ दरिंदगी करने वाले दरिदों को लेकर बड़ा बयान दिया है।
नई दिल्ली। हैदराबाद के शादनगर इलाके में महिला डॉक्टर के साथ गैंगरेप और जलाकर हत्या करने के जघन्य मामले में देश की कई दिग्गज हस्तियों ने पुरजोर तरीके से मांग की है कि दोषियों के खिलाफ फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई कर उन्हें जल्द से जल्द फांसी पर लटकाया जाए। हैदराबाद की घटना के खिलाफ देश के अलग-अलग हिस्सों मं विरोध प्रदर्शन देखने को मिल रहे हैं। लोगों की बस यही मांग है कि दरिंदों को ऐसी सजा मिले, जिसे सुनकर फिर कोई ऐसी हरकत करने के बारे में ना सोचे। इस बीच चिलकुर बालाजी मंदिर के पुजारी सीएस रंगराजन ने हैदराबाद में महिला डॉक्टर के साथ दरिंदगी करने वाले दोषियों को लेकर बड़ा बयान दिया है।
'हर नागरिक रामायण के जटायु की भूमिका निभाए'
चिलकुर बालाजी मंदिर के पुजारी सीएस रंगराजन ने गुरुवार को शादनगर में मृतक महिला डॉक्टर के परिवार से मुलाकात की। परिजनों से मुलाकात के बाद मीडिया से बात करते हुए पुजारी सीएस रंगराजन ने कहा, 'जो लोग महिलाओं को केवल मनोरंजन की वस्तु समझते हैं, उन्हें एक राक्षस के तौर पर देखा जाना चाहिए। ऐसे लोगों को काटकर या फिर फांसी पर लटकाकर मार देना चाहिए। हमें एक ऐसे समाज की जरूरत है, जहां हर नागरिक रामायण के जटायु की भूमिका निभाए, जिसने सीता को बचाने के लिए रावण के खिलाफ बहादुरी के साथ लड़ाई लड़ी।'
'देश के युवा रक्षक बनें, राक्षस ना बनें'
पुजारी सीएस रंगराजन ने आगे कहा, 'हमारे देश में महिलाओं की सुरक्षा के लिए कई तरह के कानून हैं, लेकिन केवल कानून महिलाओं को संकटों से नहीं बचा सकते। आज सबसे बड़ी जरूरत युवाओं को पुरजोर तरीके से समझाने की है कि वो रक्षक बनें, राक्षस ना बनें। निर्भया मामले में सात साल बाद भी दोषियों को आज तक फांसी नहीं दी गई और वो हर रोज स्वादिष्ट खाना खा रहे हैं। बलात्कार के दोषियों को बधिया कर देना चाहिए।'
हैदराबाद की घटना से गुस्से में देश
आपको बता दें कि हैदराबाद में बीते 27 नवबंर को एक महिला डॉक्टर का जला हुआ शव बरामद हुआ था। पुलिस ने छानबीन की तो पता चला कि महिला को जलाकर मारने से पहले उसके साथ गैंगरेप किया गया था। इसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। जानकारी के मुताबिक महिला डॉक्टर कहीं से अपने घर लौट रही थी कि तभी रास्ते में उसकी स्कूटी पंक्चर हो गई। इसके बाद चारों आरोपियों ने उसकी मदद करने के बहाने उसके साथ गैंगरेप किया और बाद में जलाकर मार डाला। इस घटना को लेकर लोगों में जबरदस्त गुस्सा है और महिलाओं की सुरक्षा को लेकर लगातार विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं।
'जल्लाद बनकर दरिंदों को फांसी देने को आगे आए लोग'
वहीं, हैदराबाद की घटना के बाद दिल्ली में भी निर्भया गैंगरेप के दोषियों को जल्द से जल्द फांसी पर लटकाए जाने की मांग उठने लगी है। लोग लगातार सवाल उठा रहे हैं कि निर्भया को आखिर कब इंसाफ मिलेगा? जैसे ही यह खबर आई कि तिहाड़ जेल में फांसी देने के लिए कोई जल्लाद नहीं है, वैसे ही कई लोगों ने आगे आकर कहा है कि निर्भया के दोषियों को फांसी देने के लिए वो खुद जल्लाद बनने को तैयार हैं। शिमला के एक युवक ने जहां राष्ट्रपति को चिट्ठी लिखकर खुद जल्लाद बनने की मांग की, वहीं दिल्ली की सामाजिक कार्यकर्ता योगिता भयाना ने भी उपराज्यपाल को चिट्ठी लिखकर कहा है कि वो खुद जल्लाद बनकर निर्भया के दोषियों को फांसी देने के लिए तैयार है।
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