हिजबुल के इरादों पर वोट देकर पानी फेरेगी कश्मीर अवाम
नई
दिल्ली(विवेक
शुक्ला)
जम्मू-कश्मीर
विधानसभा
के
चुनाव
को
शांतिपूर्ण
तरीके
से
अंजाम
देने
के
काम
में
जुटे
सुरक्षा
बलों
की
नींद
हराम
हो
गई
होगी
क्योंकि
हिजबुल
मुजाहिद्दीन
के
आतंकियों
ने
कश्मीर
के
लोगों
को
धमकी
दी
है
कि
वह
चुनावों
से
दूर
रहें।
हालांकि
जानकार
कह
रहे
हैं
कि
कश्मीरी
अवाम
इस
बार
आतंकियों
को
मुंहतोड़
जवाब
देने
जा
रहा
है।
उसे
किसी
की
धमकी
की
परवाह
नहीं
है।
25 को डाले जाएंगे वोट्स
25 नवंबर से रियासत में पहले चरण के लिए मतदान होगा। शनिवार को जब कश्मीर घाटी में जब लोग सुबह घरों से बाहर निकले तो कई जगहों पर हिजबुल के आतंकियों की चेतावनी वाले पोस्टर दिवारों पर चस्पा थे। सूत्रों का कहना है कि इस चेतावनी की रोशनी में सुरक्षा बल चौकस हो गए हैं। राज्य में सुरक्षा बंदोबस्त मे लोग अफसरों की इस चेतावनी के आने के बाद बैठकें हो रही हैं।
जानकारों का कहना है कि प्रधानमंत्री मोदी की आगामी 21 और 22 नवंबर को रियासत में आने पर सुरक्षा के बंदोबस्त इस तरह के होंगे कि उनके पास किसी परिंदे का पर मारना भी कठिन होगा। प्राप्त जानकारी के अनुसार,हिजबुल मुजाहिद्दीन के आतंकियों ने कश्मीर के लोगों को धमकी दी है कि वह चुनावों से दूर रहें। अगर चुनावों में वोट डाला गया तो इसका अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहें।
लोगों में बरकरार डर
दक्षिणी कश्मीर के पुलवामा जिले के पांच गांवों में हिजबुल आतंकियों ने इस बाबत पोस्टर लगाए हैं। यही नहीं, आतंकियों ने राजनीतिक कार्यकर्ताओं को भी चुनावी गतिविधियों से दूर करने की धमकी दी है। पोस्टर लगाए जाने की घटना के बाद से इलाके के लोगों में भय व्याप्त है और चुनावी गतिविधियां न के बराबर हैं।
घाटी के पत्रकार आसिफ सोहाफ ने बताया कि सुरक्षा बलों ने इन पोस्टरों को हटा दिया है। पुलिस इस मामले की जांच करने में लगी है कि पोस्टर आतंकियों ने लगाए हैं कि किसी ने शरारत की है।