चार बार पाकिस्तान से भारत आया था आईएसआई का हिंदू जासूस
नई दिल्ली। पाकिस्तान से भारत आए हिंदू जासूस नंदलाल महाराज के बारे में एक और बात सामने आ रही है। इंटेलीजेंस ब्यूरो (आईबी) के मुताबिक नंदलाल ने वर्ष 2010 और 2016 के बीच चार बार भारत आ चुका था। नंदलाल को राजस्थान के जैसलमेर से शुक्रवार को पकड़ा गया है। आईबी और पुलिस की ओर से चलाए गए एक ज्वाइंट ऑपरेशन के बाद उसकी गिरफ्तारी हुई थी।
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सिल्क बेचने के बहाने आया भारत
पुलिस को इस बात का पता चला कि नंदलाल वर्ष 2010, 2011, 2014 और 2016 में भारत आ चुका था। नंदलाल अपने ऑपरेशन को कवर करने के लिए सिल्क को कम कीमतों पर भारत बेचने के लिए यहां आया था।
सिल्क बेचने के लिए उसने चार बार भारत का दौरा किया और इस तरह से वह आसानी से छिपा रहा। शुक्रवार को गिरफ्तारी के बाद उसने माना कि वह अब तक 35 किलो आरडीएक्स भारत में स्मगल कर चुका है।
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आईएसआई को दी कईं जानकारियां
जांच में यह बात सामने आई है कि नंदलाल ने राजस्थान के कई इलाकों का दौरा किया है। उसके पास से एक पेन ड्राइव मिली है जिसमें रक्षा संस्थानों की कई फोटोग्राफ्स और उनसे जुड़ी कई जानकारियां हैं। उसने इन जानकारियों को पाकिस्तान में मौजूद अपने आईएसआई हैंडलर से भी साझा किया।
किश्तों में दी आईएसआई ने रकम
नंदलाल पाकिस्तान के सांगेद का रहने वाला है और वह एक गारमेंट शोरूम कर रहा था। उसे प्रति माह 3,000 रुपए मिलते थे और आईएसआई ने उसे जासूस के जाल में फंसाया था।
उसका कहना है कि वह पैसे की लालच में आ गया था। फिलहाल इस बात की कोई जानकारी नहीं है कि उसे आईएसआई ने कितना पेमेंट अब तक किया है। उसका कहना है कि आईएसआई ने उसे किश्तों में पैसा दिया था।
आठ और लोग नंदलाल के साथ
सूत्रों का कहना है कि नंदलाल इस ऑपरेशन में अकेला नहीं है और करीब आठ लोग उसे उसके काम में मदद कर रहे थे। लेकिन इस बात की जानकारी अभी नहीं है कि यह आठों पाक नागरिक थे या फिर स्थानीय लोग थे। नंदलाल की गिरफ्तारी के बाद आठों व्यक्ति भागने में सफल हो गए थे।