'जब एक मुस्लिम शख्स, हिंदू लड़की की हत्या करेगा तो हम...', लव जिहाद VS सिंपल क्राइम पर क्या बोले सरमा
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने अपने लिव-इन पार्टनर आफताब अमीन पूनावाला द्वारा श्रद्धा वॉकर की हत्या को "लव-जिहाद" का मामला बताया है।
Himanta Biswa Sarma on Love jihad: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने श्रद्धा वॉकर हत्या...एक लव जिहाद का मामला है या सिंपल क्राइम का....इसपर अपनी बात रखी। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि अपराध सिर्फ एक साधारण अपराध है या लव-जिहाद है, इस पर बहस चलती रहेगी ये कभी ना खत्म होने वाला मुद्दा है। श्रद्धा वॉकर की दिल्ली में उसके लिव-इन पार्टनर, आफताब अमीन पूनावाला ने हत्या कर दी थी और उसके शरीर को 35 टुकड़ों में काटकर फेंक दिया था। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने इंडिया टुडे को दिए इंटरव्यू में कहा, ''मैंने इस मामले को लव-जिहाद कहा है और आपने इसे एक साधारण अपराध बताया है। तो अब लोगों को तय करने दीजिए कि यह क्या था।''
'लव जिहाद बनाम साधारण अपराध पर बहस चलती रहेगी'
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने आगे कहा, ''मामले के तथ्यों और परिस्थितियों के आधार पर मैं इस फैसले पर पहुंचा हूं कि श्रद्धा वॉकर की हत्या व जिहाद का मामला है। जब हम कहते हैं कि कोई मामला लव-जिहाद का मामला है, तो हम मामले के कुछ पैमानों, तथ्यों और परिस्थितियों को साथ लेकर चलते हैं। इसका मुकाबला करके आप यह साबित करना चाहते हैं कि यह लव-जिहाद का मामला नहीं है, बल्कि सिर्फ एक आपराधिक मामला है। यह उन लोगों के बीच संघर्ष है जो तथाकथित धर्मनिरपेक्षतावादी और राष्ट्रवादी हैं। यह बहस चलती रहेगी।''
'जब एक मुस्लिम व्यक्ति एक हिंदू लड़की की हत्या करता है, तो...'
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा, ''जब एक हिंदू व्यक्ति अपनी प्रेमिका को मारता है, तो हम इसका विश्लेषण आपराधिकता के एंगल से करेंगे। लेकिन जब एक मुस्लिम व्यक्ति एक हिंदू लड़की की हत्या करता है, तो हम इसका विश्लेषण अपराध की दृष्टि से करेंगे और लव-जिहाद के एंगल से भी देखेंगे। "मुस्लिम समुदाय का एक वर्ग खुले तौर पर कहता है कि वे जिहाद में हैं। लेकिन आप इसका सामान्यीकरण नहीं कर सकते। हर कोई (असदुद्दीन) ओवैसी नहीं होगा। हर कोई (ओसामा बिन) लादेन नहीं होगा। ओवैसी कट्टरवादी हैं। मैं उसे जिहादी नहीं कहूंगा।''
'कट्टरपंथी वे हैं जो लोगों को जिहादी बनने के लिए प्रेरित करते हैं'
हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा, ''कट्टरपंथी वे हैं जो लोगों को जिहादी बनने के लिए प्रेरित करते हैं। हमें कुरान में महान इस्लामी अवधारणाओं के बारे में बात करनी चाहिए, जैसे शिक्षा, गरीबों की मदद करना, जरूरतमंदों की मदद करना। मैंने कुरान के कई विश्लेषण पढ़े हैं और इसमें बहुत सारी अच्छी बातें लिखी हैं। दुर्भाग्य से, आज कई इस्लामी विद्वान हैं जो उन पर ध्यान नहीं दिलाना चाहते हैं। वे कुछ सूराओं पर फोकस करवाना चाहते हैं। हो सकता है कि उनका स्पष्टीकरण हजरत मुहम्मद के समान न हो।''