उत्तराखंड में मूसलाधार बारिश, फंसे चार धाम पर गए हजारों श्रद्धालु
मूसलाधार बारिश से कई नदियां उफान पर हैं, जिस वजह से स्थिति चिंताजनक है। प्रदेश की प्रमुख नदियां खतरे के निशान से बस कुछ ही मीटर नीचे हैं। वहीं, मौसम विभाग ने और एक- दो दिनों तक भारी बारिश होने की आशंका जताई है। जिस वजह से हालात में सुधार की कोई उम्मीद नहीं की जा सकती। लगतार हो रही बारिश से की जगहों पर भूस्खलन का खतरा बना हुआ है। कहीं सड़कें टूट गई हैं तो कहीं पानी के साथ मलबा सड़कों पर आ गया है। लिहाजा, सरकार ने लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है।
केदारनाथ, बद्रीनाथ यात्रा प्रभावित
केदारनाथ, बद्रीनाथ और गंगोत्री समेत कई स्थानों पर चार धाम यात्रा पर गए करीब चार हजार श्रद्धालुओं को रोक लिया गया है। कई स्थानों पर हाईवे बंद कर दिया गया है तो कई जगहों पर नदियों से पुल बह गए हैं, जिससे आवाजाही प्रभावित हो रही है। केदारनाथ के रास्ते में करीब नौ महीने पहले सोनप्रयाग में बनाया गया पुल भी क्षतिग्रस्त हो गया है। जिस वजह से यातायात प्रभावित है।
मौसम विभाग ने 20 जुलाई तक गढ़वाल और कुमाऊं में अपेक्षाकृत भारी बारिश का अनुमान जारी किया है। इसे देखते हुए सरकार ने संवेदनशील स्थानों के लिए अलर्ट जारी किया है।