बच्चे हैं राहुल गांधी, कुछ भी कहते हैं, उनकी बातों पर क्या टिप्पणी करूं: ममता बनर्जी
मालदा। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को 'छोटा बच्चा' कहते हुए उनके लगाए सारे आरोपों पर टिप्पणी करने से इंकार कर दिया, बुधवार को मालदा की एक जनसभा के दौरान राहुल गांधी ने जमकर सीएम ममता बनर्जी और उनके कामों की आलोचना की थी, जिसके बाद ममता से जब राहुल के आरोपों पर प्रतिक्रिया देने को कहा गया तो ममता ने बड़ी गंभीरता से कहा कि बच्चे हैं राहुल गांधी और एक छोटे बच्चे की बातों पर मैं क्या कहूं, ममता ने कहा कि वह राहुल गांधी के बयान को इतनी अहमियत नहीं देती कि उस पर बातचीत करें, मैं मीडिया से गुजारिश करती हूं कि मुझसे इस विषय पर सवाल ना पूछे जाएं।
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'मोदी और ममता दोनों ही एक जैसे'
आपको बता दें कि मालदा की जनसभा में राहुल ने कहा था कि मोदी जी और ममता दी... दोनों ही नेता अपनी सरकारें किसी की बात सुने बगैर चला रहे हैं, आपको नहीं लगता कि जनता की भी कोई आवाज़ है? बंगाल में लगता है कि एक ही आवाज़ है, ममता दी किसी की नहीं सुनतीं, सिर्फ अपने फैसले थोपती हैं, जो चाहती हैं, करती हैं, मैं बंगाल के लोगों से पूछना चाहता हूं कि क्या आप गूंगे हैं?'
'ममता सरकार CPM की ही तरह काम कर रही'
राहुल ने कहा था कि ममता सरकार सीपीएम की पिछली सरकारों से अलग नहीं है। ममता सरकार ने बंगाल को बर्बाद कर दिया है, बंगाल में आपने सालों सीपीएम को देखा, उन्होंने एक संगठन की सरकार चलाई। फिर आपने ममता जी को चुना। जो अत्याचार सीपीएम के समय होता था वही अत्याचार आज ममता जी के समय हो रहा है।
TMC ने घोषणा पत्र जारी किया
गौरतलब है कि ममता बनर्जी ने बुधवार को आगामी लोकसभा चुनाव के लिए घोषणा पत्र जारी कर दिया है। टीएमसी के मैनीफेस्टो में महिलाओं, बेरोजगारी और किसानों पर खास ध्यान दिया गया है। उन्होंने कहा कि सरकार में आने पर टीएमसी महिलाओं को सशक्त करने और रोजगार के असवर पैदा करने के लिए काम करेगी। किसानों की स्थिति में सुधार के लिए भी काम किया जाएगा। पश्चिम बंगाल की 42 सीटों पर सात चरण में चुनाव होने हैं। सभी सीटों पर टीएमसी उम्मीदवारों का ऐलान पहले ही कर चुकी है।
पश्चिम बंगाल में 42 लोकसभा सीटें
मालूम हो कि 2014 के चुनावों में पश्चिम बंगाल की 42 लोकसभा सीटों में से 34 पर ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस को जीत मिली थी। वहीं कांग्रेस के खाते में चार तो बीजेपी के खाते में दो सीटें गई थीं। सीपीआईएम भी 2014 चुनाव में महज दो सीटों पर सिमट कर रह गई थी। मोदी लहर के चलते पूरे देश में जरूर भाजपा ने प्रचंड बहुत पाया था लेकिन बंगाल में दीदी की लहर के आगे वो जरूर फीकी पड़ गई थी।
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