गुजरात में ही हारी भाजपा, नगर पालिका चुनाव में मिली सिर्फ 3 सीटें
अहमदाबाद। भारतीय जनता पार्टी को अपने ही घर में ही मात मिली है। कुल 13 सीटों में 10 सीटों पर भाजपा को करारी बार का सामना करना पड़ा है।
इतना ही नहीं यह चुनाव भाजपा ने जिसके नेतृत्व में लड़ा था वो खुद हार गए और पार्टी में अपने पद से इस्तीफा दे दिया। इस चुनाव के परिणाम आने वाले विधानसभा चुनाव पर कितना फर्क डालेंगे यह तो समय ही बताएगा।
अपनी ही सीट हार गए भजपा नेता
दरअसल, सोमवार (3 जुलाई ) को गुजरात के दीव नगर पालिका परिषद चुनाव के परिणाम आए हैं। यहां कांग्रेस ने बड़ी जीत दर्ज करते हुए 13 में से 10 सीटें हासिल की है। इस चुनाव में भाजपा कीरट वाजा के नेतृत्व में चुनाव लड़ रहे थे लेकिन वो अपनी ही सीट हार गए।
जब थे कांग्रेस में
परिणाम आने के कुछ देर बाद ही कीरट ने अपने पार्टी में अपने पद से इस्तीफा दे दिया। कीरट को कांग्रेस उम्मीदवार ने 17 मतों से हराया। कीरट के नेतृत्व में भाजपा फिर से 14 साल बाद इस नगर पालिका परिषद पर अपना कब्जा जमाना चाहती थी। बता दें कि भाजपा ने कीरट ने साल 2012 में बतौर कांग्रेस उम्मीदवार अपनी सीट से जीत हासिल की थी।
कांग्रेस नेता को मिली जीत
इस चुनाव में फिलहाल के नगरनिगम के अध्यक्ष और कांग्रेस नेता हितेश सोलंकी ने भी जीत दर्ज की है। उन्होंने भाजपा के जीतेंद्र भारया को 598 मतों से हराा। दीव नगर निगम पर बीते दस सालों से कांग्रेस का राज है। शनिवार (1 जुलाई ) को 72.70 फीसदी मतदान हुआ था।
अब भी मोदी पर उम्मीद
कांग्रेस को मिली इस जीत पर कांग्रेस के गुजरात इकाई के अध्यक्ष भरत सोलंकी ने कहा है कि 'दीव ने भाजपा को खारिज दिया, नगर पालिका परिषद में कांग्रेस 13 में से 10 सीटों पर जीती। यह अभी शुरुआत है। ऐसा पूरे गुजरात में होगा।' दूसरी ओर भाजपा को उम्मीद है कि वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे पर फिर से विधानसभा चुनाव में जीत हासिल कर लेगी।
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